कर्मियों की कमी से शहर के 300 से ज्यादा होटल बंद
जमशेदपुर : टुसू पर्व को लेकर आदिवासी समाज में खूब चहल-पहल है. पर्व को लेकर शहर के होटलों व कार्यालयों के ज्यादातर कर्मचारी छुट्टी पर चले गये हैं. इस कारण शहर के करीब 300 बड़े व छोटे होटल बंद पड़े हैं. सामान्य दिनों में सड़कों पर लगे ठेलों में लोग नाश्ता कर लेते थे, लेकिन […]
जमशेदपुर : टुसू पर्व को लेकर आदिवासी समाज में खूब चहल-पहल है. पर्व को लेकर शहर के होटलों व कार्यालयों के ज्यादातर कर्मचारी छुट्टी पर चले गये हैं. इस कारण शहर के करीब 300 बड़े व छोटे होटल बंद पड़े हैं.
सामान्य दिनों में सड़कों पर लगे ठेलों में लोग नाश्ता कर लेते थे, लेकिन इन दिनों शहर के ज्यादातर ठेले बंद पड़े हैं. इस कारण लोगों को परेशानी हो रही है.
इन दिनों लोगों को नाश्ते व भोजन के लिए दूर जाना पड़ रहा है. ज्यादातर होटल बंद होने के कारण लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है.
शहर के ज्यादातर होटलों से लेकर ऑफिसों में लोगों की कमी साफ दिखायी दे रही है.
10 हजार से ज्यादा मजदूर छुट्टी पर. शहर में 10 हजार से ज्यादा मजदूर अपने परिवार के साथ टुसू पर्व मनाने अपने गांव चले गये हैं. इस कारण पेट्रोल भरवाना हो, गाड़ी की सफाई करवानी हो या किसी होटल में जाकर भोजन करना हो. लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. साल में एक बार आने वाले इस पर्व पर आदिवासी समुदाय के लोग अपनों के संग खुशियां मनाते हैं.
नहीं मिल रहे मिस्त्री व लेबर. घर से लेकर बिल्डिंग में काम करने वाले मजदूर भी छुट्टी पर चले गए हैं. ऐसे में यह काम प्रभावित हो रहा है. आलम यह है कि मिस्त्री व लेबर खोजने से भी नहीं मिल रहे हैं. आम तौर पर शहर के आसपास पटमदा, चांडिल, पोटका, खरसावां, गम्हरिया सहित अन्य इलाकों से आने वाले मजदूर भी इन दिनों अपने गांव में टुसू पर्व मना रहे हैं.