बालू से बने माइकल जैक्शन तो जुबां से निकाली पक्षियों की आवाज

जमशेदपुर: एक्सएलआरआइ का टाटा ऑडिटोरियम देश के उन दो कलाकारों की मौजूदगी का गवाह बना जिन्होंने अपनी उंगलियों से अपनी अभिव्यक्ति को दर्शाया तो अपने गले से पशु पक्षियों की आवाज भी निकाली. मौका था एक्सएलआरआइ की ओर से हर साल आयोजित होने वाले कार्यक्रम वल्लहल्ला के शुरुआत का. शुरुआत काफी सादगी भरा हुआ. इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2013 9:36 AM

जमशेदपुर: एक्सएलआरआइ का टाटा ऑडिटोरियम देश के उन दो कलाकारों की मौजूदगी का गवाह बना जिन्होंने अपनी उंगलियों से अपनी अभिव्यक्ति को दर्शाया तो अपने गले से पशु पक्षियों की आवाज भी निकाली. मौका था एक्सएलआरआइ की ओर से हर साल आयोजित होने वाले कार्यक्रम वल्लहल्ला के शुरुआत का. शुरुआत काफी सादगी भरा हुआ. इस दौरान यह बताने का प्रयास किया गया कि हाथ पर अगर काबू हो तो भावनाएं आप उंगलियों से भी व्यक्त कर सकते हैं. पूरी कहानी उंगलियों पर कही जा सकती है.

कुछ यही दिखाया हैंड शैडोग्राफी के मशहूर कलाकार अमर सेन व सव्यसाची सेन ने. इन दोनों कलाकारों ने अपने हाथ की परछाई से ऐसी कहानी रची कि सब उसके दीवाने हो गए. हैंड शैडोग्राफी व सैंड आर्ट एनिमेशन शो से वलहल्ला 2013 का आगाज हुआ. अमर सेन ने टाटा ऑडिटोरियम में सैंड आर्ट एनिमेशन शो से कार्यक्रम की शुरुआत की. विश्व के मशहूर डांसर माइकल जैक्सन से लेकर कई मशहूर हस्तियों को उन्होंने बालू कणों से रच दिया. इसके बाद शुरू हुआ हैंड शैडोग्राफी शो.

हाथ की करामात से दोनों कलाकारों ने सागर के किनारे का सीन तो सागर के लहरों को भी हाथों के उंगलियों से ही बना दिया. वहां पर टहलते दो बुजुर्गो के बीच बातचीत, तकरार और फिर बीच के वातावरण को भी हाथों की उंगलियों के जरिये ही दर्शया गया. हैंड आर्ट शो में जमकर तालियां बजीं. वलहल्ला का आधिकारिक आगाज शनिवार की सुबह को होगा. इसके साथ ही संस्थान में विभिन्न प्रतियोगिताओं की शुरुआत हो जायेगी. देश भर के अलग-अलग आठ संस्थानों के 1500 विद्यार्थी इसमें शामिल हो रहे हैं. शनिवार को कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा भी की जायेगी. तीन दिनों तक यह कार्यक्रम चलेगा.

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