गणतंत्र दिवस : बाल मजदूरी के खिलाफ हल्ला बोलें

मोहम्मद आतिफस्टूडेंट, एबीएम कॉलेजहर बच्चे का हक है कि उसे स्कूल जाने का मौका मिले. उसे खेलने का मौका मिले और उसकी सेहत का ख्याल रखा जाये. लेकिन, असामनता के इस माहौल में बड़ी संख्या में बच्चों की हंसी काम के बोझ तले गुम हो जा रही है. हमारी तरह ये बच्चे भी इसी तंत्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 20, 2015 12:03 AM

मोहम्मद आतिफस्टूडेंट, एबीएम कॉलेजहर बच्चे का हक है कि उसे स्कूल जाने का मौका मिले. उसे खेलने का मौका मिले और उसकी सेहत का ख्याल रखा जाये. लेकिन, असामनता के इस माहौल में बड़ी संख्या में बच्चों की हंसी काम के बोझ तले गुम हो जा रही है. हमारी तरह ये बच्चे भी इसी तंत्र के गण हैं. मैंने महसूस किया है कि इन बच्चों के प्रति सरकारी संस्थाओं के साथ-साथ समाज के जिम्मेवार वर्ग में भी संवेदनशीलता का अभाव है. बच्चे अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए बाल मजदूरी करते हैं. मैंनेबाल मजदूरी को रोकने का प्रयास करूंगा. मेरी कोशिश यही रहेगी कि ऐसे बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ सकूं. उन्हें उचित स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए अपने दोस्तों के साथ मिलकर अभियान चलाऊंगा. मेरी कोशिश यही रहेगी की मैं अच्छे से शिक्षा ग्रहण करने के बाद जरूरतमंदों का इलाज करवा सकूं. इसके लिए गांव-गांव में जाकर कैम्प लगवाऊंगा.

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