भगवान दास हत्याकांड : बांकुड़ा के ज्वेलरी दुकानदार का कोर्ट में बयान दर्ज, तन्मय ने बबलू व राजू को पहचाना

जमशेदपुर: उद्यमी भगवान दास का अपहरण और हत्या मामले में मानगो पुलिस ने गुरुवार को बांकुड़ा (बंगाल) स्थित ज्वेलर्स दुकानदार तन्मय डे का धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया. सीजेएम की अनुमति के बाद प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी एसएन लांबये की कोर्ट में तन्मय का बयान हुआ. कोर्ट में तन्मय ने जेवर बेचने आये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 23, 2015 8:32 AM
जमशेदपुर: उद्यमी भगवान दास का अपहरण और हत्या मामले में मानगो पुलिस ने गुरुवार को बांकुड़ा (बंगाल) स्थित ज्वेलर्स दुकानदार तन्मय डे का धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया. सीजेएम की अनुमति के बाद प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी एसएन लांबये की कोर्ट में तन्मय का बयान हुआ. कोर्ट में तन्मय ने जेवर बेचने आये दोनों की पहचान की. उसने बताया कि पांच जनवरी को उसकी दुकान में बबलू और राजू आये थे.

मां का इलाज के लिए जेवर बेचने की बात कही. उनके पास कुछ जेवर तथा एक पत्थर लगी अंगूठी थी. सभी की कीमत 76 हजार रुपये हुई थी. उन्होंने दोनों को 74 हजार रुपये दिये. 19 जनवरी को जमशेदपुर पुलिस बबलू और राजू को लेकर दुकान पहुंची. वहां से बेचे गये जेवर जब्त किया गया. ज्ञात हो कि 29 दिसंबर को भगवान दास का अपहरण के बाद उनकी हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में पुलिस ने एक किशोर (12 वर्ष), एक महिला समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

चोरी का मोबाइल व सिम सीवान के मुन्ना खान ने दिया.भगवान दास के अपहरण की योजना जुलाई 2014 में बनने के बाद कांग्रेसी नेता शफीक के माध्यम से सीवान के कुख्यात अपराधी रईस खान के सहयोगी मुन्ना खान को सूचना दी गयी.
मुन्ना खान ने शफीक के हाथ से एक चोरी का मोबाइल फोन और फर्जी दस्तावेज पर सिम (9905577620) भेजवाया. पुलिस को आरोपियों ने बताया है कि इस सिम व मोबाइल को शफीक ने दोस्त राजू को दिया. राजू ने अपनी प्रेमिका तनुश्री को मोबाइल फोन दिया.
राजू के माध्यम से तनुश्री की दोस्ती भगवान दास से हुई. तनुश्री की शादी ओड़िशा में काफिल अहमद के साथ हुई थी. उसे 10 वर्ष का एक बच्च भी है. 2009 में पति से तलाक के बाद वह शहर आयी. शहर में राजू बर्मन की मदद से उसे बैकुंठनगर में फ्लैट मिला.
बड़े बेटे ने दी मुखाग्नि
भगवान दास के शव का गुरुवार को साकची स्वर्णरेखा बर्निग घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. सुबह 10 बजे शव एमजीएम पोस्टमार्टम हाउस के शीतगृह से मानगो बैकुंठनगर उनके आवास पर लाया गया. शव पहुंचते ही परिवार की महिलाएं और अन्य सदस्यों की आंखें छलक गयीं. पत्नी बार-बार बेहोश हो जा रही थी. शव आने से पहले से ही सैकड़ों लोग भगवान दास के घर पहुंचे थे. घर से उनकी शव यात्रा निकाली दी गयी. उनके बड़े बेटे अजय कुमार गुप्ता उर्फ निक्कू ने मुखागिA दी. शव पोस्टमार्टम हाउस से लाने और बर्निंग घाट अंतिम संस्कार तक पुलिस तैनात थी. बर्निग घाट में विधायक सरयू राय, वैश्य एकता मंच के बैद्यनाथ प्रसाद, भाजपा नेता विकास सिंह समेत कई व्यापारी, दोस्त तथा काफी संख्या में लोग मौजूद थे.

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