एग्जाम टिप्स : डॉ दीपक गिरी

बच्चों को डांटें नहीं, समझाएं परीक्षा के समय देर तक पढ़ने से स्टूडेंट्स में कई बार स्ट्रेस आ जाता है. लेकिन इस बात को कई पेरेंट्स समझ नहीं पाते. उल्टा उन्हें डांट देते हैं. यह सही नहीं है. ऐसे समय में पेरेंट्स को बच्चों को खुशनुमा माहौल देने की कोशिश करनी चाहिए. ताकि वह फ्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 28, 2015 7:02 PM

बच्चों को डांटें नहीं, समझाएं परीक्षा के समय देर तक पढ़ने से स्टूडेंट्स में कई बार स्ट्रेस आ जाता है. लेकिन इस बात को कई पेरेंट्स समझ नहीं पाते. उल्टा उन्हें डांट देते हैं. यह सही नहीं है. ऐसे समय में पेरेंट्स को बच्चों को खुशनुमा माहौल देने की कोशिश करनी चाहिए. ताकि वह फ्री होकर बिना किसी दबाव के पढ़ सकें. अगर बच्चा शैतानी या मस्ती कर भी रहा है तो उसे डांटने की बजाय समझाने की कोशिश करें. डांटने से बात बिगड़ सकती है. इससे बच्चा पढ़ाई से डिस्ट्रैक्ट हो सकता है. इसके अलावा पेरेंट्स को बच्चे के खान-पान से लेकर उसके सोने तक की रूटीन का ख्याल रखना चाहिए. पेरेंट्स को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि कहीं बच्चा नशे की गिरफ्त में तो नहीं आ रहा है. ऐसे मौके पर कंसंट्रेशन बढ़ाने या फिर रात भर पढ़ने के लिए बच्चे नशे का सहारा लेना शुरू कर देते हैं. जो बाद में हैबिट बन जाती है. अगर कोई बच्चा ऐसे वक्त में पढ़ाई से विमुख हो रहा है तो साइकेट्रिस्ट के पास ले जाने से बेहतर है कि उसके दिल की बात को जानने की कोशिश करें. प्यार से उनकी समस्याओं का समाधान करें. नाम – डॉ दीपक गिरीप्रोफेशन – साइकेट्रिस्ट, एमजीएम

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