शव पहुंचते ही परिजनों की चीत्कार से नम हुई बस्तीवासियों की आंखे,
शाम करीब पांच बजे पोस्टमॉर्टम के बाद सुमित, पुलकित और निखिल का शव अलग-अलग एंबुलेंस से पहुंचा शहर
गोलमुरी उत्कल समाज इंटर काॅलेज के छात्र थे तीनों युवक
फोटो- बीकेजी
वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
रांची-टाटा एनएच-33 पर तमाड़ थाना के कांची नदी पुल के समीप सड़क दुर्घटना में मृत तीनों दोस्त सुमित मिश्रा, पुलकित सिंह और निखिल कुमार का सोमवार को देर शाम भुइयांडीह स्थित सुवर्णरेखा बर्निंग घाट पर एक साथ अंतिम संस्कार हुआ. तीनों के शव का रांची रिम्स में पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया. सोमवार को करीब पांच बजे तीनों शव अलग-अलग एंबुलेंस से उनके घर पहुंचा. उसके बाद तीनों की अंतिम यात्रा बारी-बारी से निकली. सुवर्णरेखा बर्निंग घाट पर सबसे पहले निखिल का उसके बाद पुलकित और सुमित का शव पहुंचा, जहां सभी का अंतिम संस्कार किया गया.गौरतलब हो कि रविवार को भुइयांडीह से चार बाइक पर सवार होकर सुमित, पुलकित, निखिल और अन्य दोस्त जोन्हा फॉल घूमने निकले थे. तमाड़ के कांची नदी पुल के पास ट्रेलर और ऑटो के बीच से निकलने के दौरान बाइक की टक्कर टेंपो से हो गयी. जिससे बाइक अनियंत्रित होकर सड़क पर गिरी और ट्रेलर की चपेट में आ गयी. जिससे तीन युवकों की मौत मौके पर ही हो गयी. दो दोस्त जख्मी हो गये थे.
बेटे का चेहरा भी नहीं देख पाये परिजन
तीनों शव के पहुंचते ही बस्ती में मातम पसर गया. शव देखने के लिए तीनों युवकों की मां और उनके परिवार की महिलाएं दौड़ीं. लेकिन चेहरा बुरी तरह कुचल गया था, इसलिए लोगों ने चेहरे से कपड़ा नहीं हटाया. घर की महिलाओं की चीत्कार से बस्ती और आसपास की महिलाएं भी रो पड़ीं. पुलकित की मां बार-बार बेहोश हो रही थी. जिसे घर की महिलाएं संभालने में लगी थीं. निखिल के शव की स्थिति ऐसी थी कि परिजनों ने एंबुलेंस में ही अंतिम दर्शन किये.
पुलकित और निखिल इकलौते पुत्र थे
पुलकित कालिंदी बस्ती भुइयांडीह का रहने वाला था. वह अपने मां- बाप का इकलौता पुत्र था. उसकी एक छोटी बहन है. पुलकित के पिता राजकुमार सिंह आदित्यपुर में किसी कंपनी में प्राइवेट नौकरी करते है. राजकुमार सिंह ने बताया कि अब तक उनके बेटे की कोई भी शिकायत सुनने को नहीं मिली. वह कोई नशा भी नहीं करता था. साथ ही उनकी कोई बात नहीं काटता था. पुलकित उत्कल समाज इंटर कॉलेज गोलमुरी में 11वीं का छात्र था.वहीं निखिल केबुल टाउन का रहने वाला था. वह भी अपने मां- बाप का इकलौता पुत्र था. निखिल भी उत्कल समाज इंटर कॉलेज गोलमुरी में कक्षा 12वीं का छात्र था. वह सुमित और पुलकित से सीनियर था. दोस्तों ने बताया कि पढ़ाई के साथ-साथ निखिल किसी मोबाइल दुकान में काम करता था. वहीं सुमित मिश्रा के दो भाइयों में सुमित बड़ा था. वह साकची में एक कपड़ा दुकान में काम करता था.
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