Jharkhand news: जमशेदपुर अंतर्गत टेल्को खरंगाझार स्थित शमशेर रेसीडेंसी निवासी और जमीन कारोबारी तपन दास की हत्या के मामले में गुरुवार को एडीजे-4 राजेंद्र कुमार सिन्हा की कोर्ट ने धारा 302 और 201 के तहत हत्या एवं साक्ष्य छुपाने के आरोपी मृतक की पत्नी श्वेता दास उर्फ बुलेट रानी, सिदगोड़ा निवासी उसका प्रेमी सुमित सिंह और साथी सोनू लाल को दोषी करार दी है. सजा के बिंदु पर 29 जनवरी, 2022 को फैसला सुनाया जायेगा.
इस मामले में कुल 20 लोगों की गवाही कोर्ट में करायी गयी थी. अभियोजन पक्ष से अपर लोक अभियोजक राजीव कुमार ने कोर्ट में पैरवी की थी. गत 12 जनवरी को बचाव पक्ष की ओर इस मामले में आरोपी बनाये गये सुमित सिंह की ओर से अधिवक्ता बिरेन्द्र सिंह ने कोर्ट में बहस की, जबकि तपन दास की पत्नी श्वेता दास उर्फ बुलेट रानी के बचाव में पूर्व लोक अभियोजक जयप्रकाश ने बहस की. वही, एक अन्य आरोपी सोनू लाल के बचाव में अधिवक्ता जवाहर प्रसाद ने कोर्ट में बहस की. 13 जनवरी को अभियोजन पक्ष से अपर लोक अभियोजक राजीव कुमार ने कोर्ट में बहस की थी.
मालूम हो कि गत 17 दिसंबर, 2021 को कोर्ट में तीनों आरोपियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बयान दर्ज कराया गया था. तीनों आरोपी ने अपने आपको बेकसूर बताया था. श्वेता दास उर्फ बुलेट रानी हजारीबाग जेल में बंद है, जबकि सुमित सिंह रांची बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल एवं सोनू लाल बोकारो जेल में बंद है.
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मालूम हो कि 12 जनवरी, 2018 को शमशेर रेसीडेंसी निवासी और जमीन कारोबारी तपन दास की हत्या कर दी गयी थी. शव को अपराधियों ने फ्रिज में रखकर 13 जनवरी को ऑटो से एमजीएम थाना क्षेत्र के बड़ाबांकी की झाड़ी में फेंक दिया था. शव बरामद होने के बाद पत्नी श्वेता दास ने एमजीएम थाना में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करायी थी.
पुलिस की जांच में यह बात सामने आया कि पत्नी श्वेता दास उर्फ बुलेट रानी ने ही प्रेमी सुमित सिंह के सहयोग से तपन दास की हत्या की थी. हत्या के बाद उसके दोस्त सोनू लाल की मदद से शव को फ्रिज में रखकर बड़ाबांकी जंगल में फेंक दिया. शमशेर टावर में लगे सीसीटीवी फुटेज में उनकी तस्वीर पुलिस ने बरामद करने के बाद तीनों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने शव फेंकने के उपयोग में लाया गया ऑटो भी जब्त किया था.
श्वेता दास उर्फ बुलेट रानी काफी शातिर है. पिछले दिनों घाटशिला जेल में श्वेता दास उर्फ बुलेट रानी और प्रिया सिंह उर्फ चटनी डॉन ने आत्महत्या करने का प्रयास किया था. प्रिया सिंह उर्फ चटनी डॉन ने जहां गर्दन काटने का प्रयास किया था, तो बुलेट रानी ने शीशा खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था. बाद में जेल प्रशासन द्वारा एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां बुलेट रानी ने घाटशिला जेल के जेलर पर घाघीडीह जेल में शिफ्ट करने के लिये 35 हजार रुपये लेने का आरोप लगाया था. स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद प्रिया सिंह उर्फ चटनी डॉन को दुमका जेल और श्वेता दास उर्फ बुलेट रानी को हजारीबाग जेल भेज दिया गया था. वर्तमान में बुलेट रानी हजारीबाग जेल में है.
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तपन दास हत्याकांड में दोषी पाये गये सुमित सिंह ने 25 जून, 2019 को घाघीडीह जेल में शातिर अपराधी हरीश सिंह, मनोज सिंह समेत अन्य के साथ मिलकर पंकज दूबे व अन्य के साथ मारपीट की थी. जिसके बाद जेल के बंदी आक्रोशित हो गये. आक्रोशित बंदी व कक्षपालों ने मिलकर मनोज सिंह और सुमित सिंह की पिटायी कर दी. जिससे मनोज सिंह की मौत हो गयी थी. वही, सुमित सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया. इस मामले में परसुडीह थाना में प्राथमिकी दर्ज किया गया है. जिसके बाद सुमित सिंह को रांची स्थित जेल में शिफ्ट कर दिया गया.
Posted By: Samir Ranjan.