9 घंटे फंसी रही टाटा-छपरा व साउथ बिहार

जमुई/जमशेदपुर: भाकपा माओवादी ने पूर्व घोषित एक दिवसीय बिहार-झारखंड बंद के दौरान एक बार फिर अपनी जबरदस्त उपस्थिति दर्ज करायी है. हावड़ा-दानापुर रेलखंड पर स्थित भलुई हॉल्ट पर केबिनमैन दिनेश आर्या को बंधक बना कर करीब नौ घंटे तक रेल परिचालन ठप रखा. इससे अप और डाउन दोनों में टाटा-छपरा और साउथ बिहार एक्सप्रेस विभिन्न […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2015 8:54 AM
जमुई/जमशेदपुर: भाकपा माओवादी ने पूर्व घोषित एक दिवसीय बिहार-झारखंड बंद के दौरान एक बार फिर अपनी जबरदस्त उपस्थिति दर्ज करायी है. हावड़ा-दानापुर रेलखंड पर स्थित भलुई हॉल्ट पर केबिनमैन दिनेश आर्या को बंधक बना कर करीब नौ घंटे तक रेल परिचालन ठप रखा.

इससे अप और डाउन दोनों में टाटा-छपरा और साउथ बिहार एक्सप्रेस विभिन्न स्टेशनों पर करीब नौ घंटे तक फंसी रही. टाटा आनेवाली टाटा-छपरा एक्सप्रेस किऊल स्टेशन पर नौ घंटे खड़ी रही. वहीं दुर्ग से पटना जा रही साउथ बिहार एक्सप्रेस भी इस घटना के कारण प्रभावित रही. इस ट्रेन को बर्नपुर स्टेशन पर रात 11 बजे से सुबह 8 बजे तक रोके रखा गया. यात्रियों को स्टेशन पर घोषणा कर बताया गया कि नक्सली घटना के कारण ट्रेनें खुलने में देर होंगी.

नक्सलियों के इस कारनामे से नयी दिल्ली से वाया किऊल हाबड़ा जानेवाली लाइन पर रेल परिचालन लगभग नौ घंटे तक ठप रहा. इसमें अप एवं डाउन दोनों ओर की ट्रेनें बंद रहीं. सर्वाधिक प्रभाव पटना-आसनसोल के बीच ट्रेनों के परिचालन पर पड़ा. घटना की सूचना रात्रि में होने के बावजूद भी रेलवे सुरक्षा कर्मियों द्वारा परिचालन सामान्य नहीं करवा सके. सुबह लगभग 8:00 बजे ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जा सका. नक्सलियों के इस घटना ने रेलवे सुरक्षा की पोल खोल कर रख दी.
झाझा स्टेशन पर रात भर खड़ी रही हावड़ा-रक्सौल मिथिला एक्सप्रेस के दर्जनों रेलयात्रियों ने बताया कि बिहार में रेलवे सुरक्षा भगवान भरोसे है. बताया जा रहा है कि संगठन के सदस्य काफी समय तक उक्त स्थल पर मौजूद भी रहे. बावजूद इसकी रेलवे प्रशासन कोई कदम ना उठाते हुए पूरी तरह पंगु बनी रही. सुबह होने के बाद झाझा से पुलिस रेल निरीक्षक सुजीत कुमार एवं किऊल से रेल डीएसपी अरूण कुमार वेदी ने पायलट इंजन चला कर परिचालन को शुरू कराया.

Next Article

Exit mobile version