बजट 2015-16 : आम जन की उम्मीदें
उच्च शिक्षा के लिए बढ़े बजट उषा शुक्लाप्रिंसिपल, गे्रजुएट कॉलेज मेरा मानना है कि उच्च शिक्षा के लिए बजट को बढ़ाने की जरूरत है. साथ ही यह भी जरूरी है कि मिलने वाली राशि का पूरा इस्तेमाल समय सीमा के भीतर हो. होता यह है कि शिक्षण संस्थानों के विकास की कवायद में ही समय […]
उच्च शिक्षा के लिए बढ़े बजट उषा शुक्लाप्रिंसिपल, गे्रजुएट कॉलेज मेरा मानना है कि उच्च शिक्षा के लिए बजट को बढ़ाने की जरूरत है. साथ ही यह भी जरूरी है कि मिलने वाली राशि का पूरा इस्तेमाल समय सीमा के भीतर हो. होता यह है कि शिक्षण संस्थानों के विकास की कवायद में ही समय बीत जाता है और राशि लैप्स हो जाती है. तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा के इस दौर में संस्थानों की कमी महसूस होने लगी है. साथ ही जो शिक्षण संस्थान चल रहे हैं, वहां भी शिक्षकों और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी महसूस हो रही है. बेहतर शिक्षा पाने के लिए स्टूडेंट्स को बाहर जाना पड़ता है, जिससे अभिभावकों पर अनावश्यक बोझ बढ़ जाता है. यदि स्टूडेंट्स को उनके ही इलाके में बेहतर शिक्षा मिले तो खर्च और समय दोनों बचेंगे.