200 मरीजों को संभाल रहे मात्र सात स्टाफ

एमजीएम : इमरजेंसी वार्ड में बेड बढ़े, स्टाफ घटे (फ्लैगसंवाददाता, जमशेदपुर एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में 200 मरीजों को मात्र सात मरीज (तीनो शिफ्ट में) संभाल रहे हैं. इस वजह से मरीजों के साथ-साथ अस्पताल के स्टाफ को भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार गंभीर स्थिति में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2015 6:02 PM

एमजीएम : इमरजेंसी वार्ड में बेड बढ़े, स्टाफ घटे (फ्लैगसंवाददाता, जमशेदपुर एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में 200 मरीजों को मात्र सात मरीज (तीनो शिफ्ट में) संभाल रहे हैं. इस वजह से मरीजों के साथ-साथ अस्पताल के स्टाफ को भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार गंभीर स्थिति में पहुंचे मरीजों को एक साथ संभालने में स्टाफ को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. 20 की जगह कार्यरत हैं सात स्टाफ इमरजेंसी वार्ड में तीनों शिफ्ट में काम होता है. यहां प्रतिदिन 200 के करीब मरीज इलाज कराने आते हैं. इसके लिए कम से कम 20 स्टाफ की जरूरत है, लेकिन वर्तमान में सात स्टाफ ही काम कर रहे हैं. अगर कोई स्टाफ छुट्टी पर चला जाये, तो परेशानी और बढ़ जाती है. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इमरजेंसी वार्ड में बेड की संख्या 20 से बढ़ा कर 35 कर दी गयी है, लेकिन स्टाफ पहले से कम हो गये. वार्ड ब्वाज ही करता है ड्रेसिंगइमरजेंसी वार्ड के कर्मचारियों ने कहा कि एक शिफ्ट में एक ही वार्ड ब्वाय है, जो मरीजों को पहुंचाने व उनकी ड्रेसिंग का कार्य करता है. जब कभी भी एक्सीडेंट का मरीज इमरजेंसी में आ जाता है उस समय वार्ड ब्वाय जहां मरीजों को पहुंचाने वार्ड में चला जाता है. वहीं घायल मरीज का शीघ्र ड्रेसिंग नहीं होने से परिजन हंगामा करने लगते हैं.कोट” पूरे अस्पताल में स्टाफ की कमी है. रिक्त पदों को आउटसोर्स से भरने की प्रक्रिया विभाग की ओर से शुरू की जा रही है. जल्द ही सभी रिक्त पदों को भर दिया जायेगा. -डॉ आरवाई चौधरी, अधीक्षक एमजीएम अस्पताल

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