आम बजट – अजिताभ पराशर
अजिताभ पराशर, उप महाप्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, जमशेदपुर इंकम टैक्स स्टैंडर्ड लिमिट बढ़ाया जाये आम बजट आने में कुछ ही दिन रह गये हैं. मेरी राय में इंकम टैक्स स्टैंडर्ड डिडक्शन लिमिट बढ़ायी जानी चाहिए. इससे आम लोगों को रियारत मिलेगी. यह पिछले साल भी बढ़ायी गयी थी. ऐसा करने से आम लोगों को कम […]
अजिताभ पराशर, उप महाप्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, जमशेदपुर इंकम टैक्स स्टैंडर्ड लिमिट बढ़ाया जाये आम बजट आने में कुछ ही दिन रह गये हैं. मेरी राय में इंकम टैक्स स्टैंडर्ड डिडक्शन लिमिट बढ़ायी जानी चाहिए. इससे आम लोगों को रियारत मिलेगी. यह पिछले साल भी बढ़ायी गयी थी. ऐसा करने से आम लोगों को कम टैक्स देना पड़ेगा. इसके साथ ही टैक्स स्लैब में भी बढ़ोतरी की जानी चाहिए. बैंकिंग सेक्टर की बात की जाये तो नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) के तहत डिफॉल्टर्स से पैसे वापस पाने की प्रक्रिया को मजबूत करने की जरूरत है. इससे देश का रेवेन्यू जेनरेट होगा. आम लोगों के लिए टैक्स रेट घटाया जाने से ज्यादा-से-ज्यादा लोग टैक्स दे सकेंगे. मान लीजिए 25 फीसदी टैक्स रेट होने के कारण एक लाख की आबादी में 10 हजार लोग आयकर देते हैं. यदि इसी रेट को घटाकर 15 फीसदी कर दिया जाये तो इस स्लैब में ज्यादा-से-ज्यादा लोग आ सकेंगे. इससे देश का रेवेन्यू भी जेनरेट होगा.