इको सेंसेटिव में जोड़
45 मिनट लगा डीसी को नीचे आने मेंवरीय संवाददाता, जमशेदपुरज्ञापन लेने के लिए प्रदर्शनकारियों के पास जाने का निर्णय लेने में उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल को लगभग 45 मिनट लगे. प्रदर्शनकारी डीसी के नहीं आने पर मानगो पुल जाम करने और जिला मुख्यालय के सामने ही भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी देने लगे थे. […]
45 मिनट लगा डीसी को नीचे आने मेंवरीय संवाददाता, जमशेदपुरज्ञापन लेने के लिए प्रदर्शनकारियों के पास जाने का निर्णय लेने में उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल को लगभग 45 मिनट लगे. प्रदर्शनकारी डीसी के नहीं आने पर मानगो पुल जाम करने और जिला मुख्यालय के सामने ही भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी देने लगे थे. प्रदर्शन के दौरान अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के अध्यक्ष कृष्णा हांसदा ने डीसी को धरना स्थल पर आकर ज्ञापन लेने की बात कही. अपराह्न 3.20 से लेकर 4.17 के बीच प्रदर्शनकारियों और डीसी के बीच मध्यस्थ बनने की एसडीओ, डीडीसी की कोशिश नाकाम होने के बाद सांसद की पहल पर उपायुक्त ज्ञापन लेने कार्यालय से नीचे उतरे तथा ज्ञापन लिया. इसके बाद धरना-प्रदर्शन खत्म हुआ.————————–डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन दलमा क्षेत्र ग्राम सभा सुरक्षा मंच द्वारा उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया है. ज्ञापन में कहा गया है कि यह क्षेत्र संविधान की 5 वीं अनुसूची में चिह्नित है.साथ ही यहां छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम लागू है. मंच ने 136 गांव को इको संेसेटिव जोन से मुक्त करने की प्रक्रिया तीन माह के अंदर शुरू करने और वनाधिकार अधिनियम 2006 एवं संशोधन अधिनियम 2012 को लागू करने की मांग की है.