प्रखंड में नहीं हो पा रही कुष्ठ रोगियों की जांच

फ्लैग-नौ माह से कुष्ठ विभाग के पास नहीं है ड्राइवर- एनआरएचएम से संबंधित कार्यों की जांच बंद- कुष्ठ आश्रम के कुष्ठ रोगियों की नहीं हो रही जांच संवाददाता, जमशेदपुरजिला कुष्ठ विभाग के पास ड्राइवर नहीं होने के कारण विभागीय काम पर असर पड़ रहा है. नियमानुसार कुष्ठ रोगियों की पहचान कर प्रखंड स्तर पर उन्हें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 6, 2015 9:03 PM

फ्लैग-नौ माह से कुष्ठ विभाग के पास नहीं है ड्राइवर- एनआरएचएम से संबंधित कार्यों की जांच बंद- कुष्ठ आश्रम के कुष्ठ रोगियों की नहीं हो रही जांच संवाददाता, जमशेदपुरजिला कुष्ठ विभाग के पास ड्राइवर नहीं होने के कारण विभागीय काम पर असर पड़ रहा है. नियमानुसार कुष्ठ रोगियों की पहचान कर प्रखंड स्तर पर उन्हें हर माह दवा देनी है, लेकिन ड्राइवर नहीं होने के कारण दवा नहीं दी जा रही है. इस संबंध में कुष्ठ रोग पदाधिकारी डॉ उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि इसके लिए कई बार सिविल सर्जन को लिखा गया, लेकिन कोई स्थायी निर्णय नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि गाड़ी है, लेकिन ड्राइवर नहीं है. उन्होंने बताया कि अपने विभाग का कार्य देखने के साथ उन्हें अन्य कई विभागों का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है. सिविल सर्जन की ओर से कहा गया है कि मलेरिया विभाग के पास एक ड्राइवर है. उसी को सप्ताह में तीन दिन अपने पास रखने को कहा गया है, लेकिन इतना काम है कि पूरा नहीं हो पा रहा है. कुष्ठ विभाग के पदाधिकारी इनके नोडल प्रभारी भी हैं- नेशनल तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम- पोटका व पटमदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एनआरएचएम कार्यक्रम- कैंसर, मधुमेह, हार्ट सहित अन्य रोग का राष्ट्रीय कार्यक्रमफिलहाल मलेरिया व कुष्ठ रोग के लिए एक ही ड्राइवर है. इसे तीन दिन मलेरिया व तीन दिन कुष्ठ रोग विभाग में काम करने को कहा गया है. – डॉ विभा शरण, सिविल सर्जन

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