कंपनी व सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे रैयत (उमा-19)
-बिष्टुपुर निर्मल गेस्ट हाउस में मूल रैयतों की बैठक-15 को आंदोलन की रणनीति तय की जायेगी-रैयतों ने खूंटकाटी रैयत संघर्ष समिति का गठन कियासंवाददाता,जमशेदपुर मूल रैयत 15 फरवरी को टाटा कंपनी व राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूकेंगे. उक्त निर्णय झारखंड मूलवासी अधिकार मंच की बैठक में लिया गया. बिष्टुपुर स्थित निर्मल भवन […]
-बिष्टुपुर निर्मल गेस्ट हाउस में मूल रैयतों की बैठक-15 को आंदोलन की रणनीति तय की जायेगी-रैयतों ने खूंटकाटी रैयत संघर्ष समिति का गठन कियासंवाददाता,जमशेदपुर मूल रैयत 15 फरवरी को टाटा कंपनी व राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूकेंगे. उक्त निर्णय झारखंड मूलवासी अधिकार मंच की बैठक में लिया गया. बिष्टुपुर स्थित निर्मल भवन में शनिवार को संपन्न बैठक की अध्यक्षता मंच के मुख्य संयोजक हरमोहन महतो ने की. श्री महतो ने कहा कि टाटा कंपनी ने रैयतों से कितनी जमीन ली थी, उनको कितना मुआवजा दिया व रैयतों से क्या समझौता हुआ था, इसको अविलंब सार्वजनिक किया जाये. इसके अलावा 86 बस्तियों को मालिकाना हक या सबलीज देने से पहले मूल रैयतों का सर्वे किया जाये. कंपनी विस्थापितों को प्रमाण पत्र भी प्रदान करे. बैठक में टाटा कंपनी के विस्थापित व प्रभावितों ने खूंटकाटी रैयत संघर्ष समिति का गठन किया. बैठक में 18 मौजा के विस्थापित परिवार के प्रतिनिधि उपस्थित थे. बैठक में प्र ाद महतो, उत्तम गोप, गोपाल माझी, सुराई गागराई, जानकी प्रसाद महतो, अशोक कुमार गोप, उपेंद्र पांडा, रुदन सिंह भूमिज, रामलाल हेंब्रम, शिवचरण सिंह सरदार, मनोहर बोदरा, सारथी दास, धनंजय सिंह सरदार, राजेन भूमिज, मदन कामार, शत्रुघन वर्मा, बाबू महतो के अलावा बड़ी संख्या में मूल रैयत, कंपनी से विस्थापित हुए आदिवासी-मूलवासी उपस्थित थे.