आदित्यपुर में आनंदमार्ग का अखंड कीर्तन आयोजित (फोटो आनंदमार्ग के नाम से सेव है)

जमशेदपुर. आनंदमार्ग प्रचारक संघ की ओर से आदित्यपुर मांझी टोला रैन बसेरा स्थित नि:शुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा केंद्र में छह घंटे का अखंड कीर्तन का आयोजन किया गया. इस अवसर पर लालबिहारी आनंद ने बताया कि मनुष्यों में जितने भी दोष हैं उनमें सबसे बड़े दोष घमंड, सम्मान पाने की अभिलाषा एवं पर निंदा आदि हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2015 10:03 PM

जमशेदपुर. आनंदमार्ग प्रचारक संघ की ओर से आदित्यपुर मांझी टोला रैन बसेरा स्थित नि:शुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा केंद्र में छह घंटे का अखंड कीर्तन का आयोजन किया गया. इस अवसर पर लालबिहारी आनंद ने बताया कि मनुष्यों में जितने भी दोष हैं उनमें सबसे बड़े दोष घमंड, सम्मान पाने की अभिलाषा एवं पर निंदा आदि हैं. उन्होंने बताया कि उक्त दोषों से बचने के लिए भी उपाय करने चाहिए. उन्होंने बताया कि शास्त्र कहता है- ‘अभिमानं सुरापानं गौरवं रौरवं ध्रुवम्।’ अभिमान अर्थात सम्मान पाने की इच्छा, इज्जत पाने की इच्छा किस तरह की चीज है, शराब पीना जितना खराब काम है, अभिमान भी उतना ही खराब है. उन्होंने बताया कि शराब पीना इसलिए खराब कहा गया है क्योंकि जिन चीजों से मस्तिष्क की स्वभाविकता नष्ट हो जाती है. वह सबसे खराब चीज है, क्योंकि मनुष्य की सबसे बड़ी संपदा उसकी बौद्धिकता है. मनुष्य बुद्धि प्रधान जीव है, शराब पीने से बुद्धि एकदम भ्रष्ट हो जाती है. इस कार्यक्र म में पी.एन.राय, सुनील सिंह, सुनील आनंद, रामबली सिंह, राम प्रताप जी, योगेश जी, अरुण वर्मा, सीताराम मिस्त्री तथा अन्य लोगों ने भी भाग लिया.

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