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एमजीएम अस्पताल में सब कुछ नि:शुल्क नहीं एमजीएम का फाइल फोटो लगाया जा सकता है

– पेइंग वार्ड के मरीजों से लिया जाता है पैसा संवाददाता, जमशेदपुरकोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम के पेइंग वार्ड में इलाज कराने वाले मरीजों को कुछ जांच व सेवा के लिए निर्धारित शुल्क लेने का प्रावधान है. यह सेवा सरकार के आदेशानुसार एमजीएम में दी जा रही है. जानकारी की अनुसार एमजीएम में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 9, 2015 7:02 PM

– पेइंग वार्ड के मरीजों से लिया जाता है पैसा संवाददाता, जमशेदपुरकोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम के पेइंग वार्ड में इलाज कराने वाले मरीजों को कुछ जांच व सेवा के लिए निर्धारित शुल्क लेने का प्रावधान है. यह सेवा सरकार के आदेशानुसार एमजीएम में दी जा रही है. जानकारी की अनुसार एमजीएम में प्रतिदिन औसतन 400 मरीज इलाज के लिए आते हैं. इनमें 300 से ज्यादा मरीजों को भरती किया जाता है. जानकारी के अभाव में दलाल ऐंठ लेते हैं पैसे एमजीएम अस्पताल में अधिकतर गरीब व ग्रामीण क्षेत्र के लोग इलाज के लिए आते हैं. ऐसे में जानकारी के अभाव में लोग दलाल के चक्कर में पैसे गंवा देते हैं, जबकि अस्पताल में किसी सेवा के लिए पैसे नहीं लिये जाते हैं. पैसा को लेकर होता है हंगामा ज्यादातर लोगों को पता है कि एमजीएम अस्पताल में सभी सेवा नि:शुल्क है, लेकिन यहां कुछ सेवाओं के लिए पैसे लगते हैं. इसकी जानकारी नहीं होने पर अस्पताल के कर्मचारी व पदाधिकारी की ओर से पैसे की मांग किये जाने पर मरीज व उनके परिजन झगड़ा करते हैं. एमजीएम : इन सेवाओं का लगता है चार्ज केबिन (सरकारी कर्मचारी के लिए) : 7.50 रुपये रोजाना केबिन (आम लोगों के लिए) : 20 रुपये रोजाना एंबुलेंस बिना एसी : 3.50 रुपये प्रति किलोमीटर एंबुलेंस एसी : 5.50 रुपये प्रति किलोमीटर अल्ट्रासाउंड फुल एब्डोमेन : 300 रुपये अल्ट्रासाउंड आधा एब्डोमेन : 152 रुपये सिटी स्कैन : 800 रुपयेएक्स रे सिंगल प्लेट : 70 रुपयेएक्स रे डबल प्लेट : 142 रुपयेडिजिटल एक्सरे : 102 रुपये इसीजी : नि:शुल्कपैथोलॉजी जांच: नि:शुल्क ऑपरेशन : नि:शुल्क

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