बजट पर राय-नाम- आर वाई चौधरी, सुप्रीटेंडेंट, एमजीएम

कृपया, रिपोर्टर के उत्तर पर गौर फरमाएं…—————————जब आप इनका हेल्थ बुलेटिन छाप चुके हैं तो फिर इन्हें बजट में क्यों छाप रहे हैं? उत्तर- डॉ. होने के साथ साथ सुपरिंटेंडेंट, एमजीएम के पद पर हैं इसीलिए. आर वाई चौधरी, सुपरिंटेंडेंट, एमजीएमकमियों में सुधार की आस आम बजट से समाज के सभी लोगों की काफी आस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 9, 2015 9:03 PM

कृपया, रिपोर्टर के उत्तर पर गौर फरमाएं…—————————जब आप इनका हेल्थ बुलेटिन छाप चुके हैं तो फिर इन्हें बजट में क्यों छाप रहे हैं? उत्तर- डॉ. होने के साथ साथ सुपरिंटेंडेंट, एमजीएम के पद पर हैं इसीलिए. आर वाई चौधरी, सुपरिंटेंडेंट, एमजीएमकमियों में सुधार की आस आम बजट से समाज के सभी लोगों की काफी आस जुड़ी है. लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए इसमें कमियों को दूर करना जरूरी है. बजट में इस दिशा में सोचा जाना चाहिए. विगत 10 वर्षों से मशीन व तमाम उपकरण वैसे ही हैं. लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देना है तो इन्हें दुरुस्त करना बहुत जरूरी है. इसके अलावा ओपीडी की डिस्पेंसरी में 5 रुपये से ज्यादा की दवाई नहीं मिलती. और दवाई मिलती भी है तो सिर्फ दो दिनों के लिए. इसके लिए बजट बढ़ाया जाना चाहिए. स्वास्थ्य विभाग के हर फिल्ड में कमियों में सुधार लाने की जरुरत है. चाहे मैनपावर की कमी की बात की जाए या फिर इंफ्रास्ट्रक्चर की या फिर उपकरणों में कमियों की इन तमाम मुद्दों में सुधार की जरुरत है. आगामी बजट में इस दिशा में भी यदि कदम उठाए जाए तो शहरवासियों को काफी सुविधा मिलेगा.

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