जनजातीय संस्कृति का संरक्षण जरूरी : बिरेन भुट्टा ( तसवीर डीएस 1 एवं 2
टाटा स्टील की ट्राइबल कल्चरल सोसाइटी ने मनाया बाबा तिलका जयंती समारोह (फ्लैग-तिलका मांझी की जीवनी पर आधारित सिलिंग-सूट नाटक का मंचनजमशेदपुर. टाटा स्टील की ट्राइबल कल्चरल सोसाइटी ने बाबा तिलका मांझी की जयंती पर तिलका स्टेडियम, मतलाडीह में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया. इसमें झींकपानी, बिरसानगर, चाकुलिया के कलाकरों ने आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किया. […]
टाटा स्टील की ट्राइबल कल्चरल सोसाइटी ने मनाया बाबा तिलका जयंती समारोह (फ्लैग-तिलका मांझी की जीवनी पर आधारित सिलिंग-सूट नाटक का मंचनजमशेदपुर. टाटा स्टील की ट्राइबल कल्चरल सोसाइटी ने बाबा तिलका मांझी की जयंती पर तिलका स्टेडियम, मतलाडीह में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया. इसमें झींकपानी, बिरसानगर, चाकुलिया के कलाकरों ने आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किया. पारंपरिक संथाली व हो गीतों पर कलाकारों ने गीत-संगीत प्रस्तुत किया. मैदीज आर्टिस एसोसिएशन के कलाकारों ने बाबा तिलका मांझी की जीवनी पर आधारित सिलिंग-सूट नाटक का मंचन किया गया. मौके पर बतौर मुख्य अतिथि चीफ, कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी, टाटा स्टील-बिरेन भूट्टा एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में टाइबल कल्चरल सोसाइटी की मानद सचिव-उर्मिला एक्का उपस्थित थे. इस अवसर पर मतलाडीह, रानीडीह, नागाडीह, जगन्नाथपुर के मांझी बाबा भी उपस्थित थे. मुख्य अतिथि बिरेन भुट्टा ने कहा कि टाटा स्टील जनजातीय संस्कृति को प्रोत्साहन देने का काम करती आ रही है. जनजातीय संस्कृति और विरासत के संरक्षण में कंपनी आगे भी मदद के तत्पर रहेगा.