गौस ए पाक ने एकजुटता का पैगाम दिया : डॉ हसन रजा
जमशेदपुर: सय्यदना गौस ए पाक शेख अब्दुल कादिर जिलानी (रअ.) की आमद का मकसद था कि इनसान के अंदर ऐसी मानवता आ जाये की बर्बरता समाज में न पनप पाये. समाज में समरस्ता का माहौल कायम हो जाये. अमीर और गरीब अर्थात उमरा और गुरबा सभी एक पंक्ति में खड़े हो जाये. सबको एकजुट कर […]
जमशेदपुर: सय्यदना गौस ए पाक शेख अब्दुल कादिर जिलानी (रअ.) की आमद का मकसद था कि इनसान के अंदर ऐसी मानवता आ जाये की बर्बरता समाज में न पनप पाये. समाज में समरस्ता का माहौल कायम हो जाये. अमीर और गरीब अर्थात उमरा और गुरबा सभी एक पंक्ति में खड़े हो जाये.
सबको एकजुट कर इनसानियत और एकजुटता का पैगाम गौस ए पाक ने पूरी दुनिया को दिया. उक्त बातें अरबी एवं फारसी रिसर्च इंस्टीट्यूट बिहार के निदेशक डॉ हसन रजा खान ने कही. वह गुरुवार को जुगसलाई स्थित हाजी हिदायतुल्लाह खान के एचके टावर में ग्यारवींह शरीफ के अवसर पर गौसुलवरा कांफ्रेंस बोल रहे थे. डॉ हसन रजा खान इसमें मुख्य वक्ता थे. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कालीकट से आये अंतरराष्ट्रीय स्तर के शिक्षाविद् मौलाना उस्ताद अब्दुलाहिल हकीम ने विशेष दुआ से पूर्व अध्यात्मिक संबोधन हुआ. मौके पर कोलकाता चांदनी जामा मसजिद के खतीब व इमाम हजरत मौलाना जावेद अख्तर, मौलाना जावेद अख्तर ने भी संबोधित किया.
कांफ्रेंस में हाजी हिदायतुल्लाह खान ने भी नआत ए पाक पेश किया. इसकी शुरुआत काजी मुश्ताक के कुरआन पाक की तिलावत के साथ हुई. देर रात तक महफिल ए दुआ का आयोजन हुआ. नातिया शायरों में अरशद इमाम कोलकाता, मौलाना जावेद अख्तर, मोतीउल्लाह हबीबी, मौलाना अबरार कैसर, हाजी कमालउद्दीन, हाफिज बशारत हुसैन, कारी कलीम कैसर, मौलाना मेराज, दिल मोहम्मद, मौलाना मिनहाज आलम फैजी, मौलाना गुलाम मुस्तफा सहित अन्य शामिल हुए.