हेल्थ बुलेटिन एडवांस डॉ. नितिन कुमार, कंसलटेंट फिजिशियन अंसादित

डॉ. नितिन कुमार, कंसलटेंट फिजिशियनटीबी का कराएं पूर्ण इलाजटीबी यानी ट्यूबरकुलोसिस होने पर लोग इसका इलाज तो कराते हैं लेकिन थोड़ा ठीक होने पर दवा खाना बंद कर देते हैं. जिसके कारण बीमारी फिर से हो जाती है. इसलिए जरुरी है कि लोग टीबी यानि ट्यूबरक्लोसिस का पूर्ण इलाज करवाएं. यह बीमारी बैक्टिरियल इंफेक्शन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2015 2:03 AM

डॉ. नितिन कुमार, कंसलटेंट फिजिशियनटीबी का कराएं पूर्ण इलाजटीबी यानी ट्यूबरकुलोसिस होने पर लोग इसका इलाज तो कराते हैं लेकिन थोड़ा ठीक होने पर दवा खाना बंद कर देते हैं. जिसके कारण बीमारी फिर से हो जाती है. इसलिए जरुरी है कि लोग टीबी यानि ट्यूबरक्लोसिस का पूर्ण इलाज करवाएं. यह बीमारी बैक्टिरियल इंफेक्शन के कारण होती है. जिसे एयर बॉर्न डिजिज भी कहा जाता है. इस बीमारी के होने से देखा गया है कि मरीज को बुखार, 2 सप्ताह से ज्यादा समय तक खांसी, भूख नहीं लगना, वजन कम हो जाना, खांसी से खून का आना. सामान्य तौर पर इसी प्रकार के लक्षण दिखायी देते हैं. ऐसे में जरुरी है कि शरीर में इस प्रकार के लक्षणों की पहचान कर डॉक्टरी सलाह ली जाए. इस बीमारी से बचाव के लिए जरुरी है कि दो हफ्ते में खांसी ना जाए तो डॉक्टरी सलाह ली जाए, जिस मरीज को यह बीमारी हुई हो उसका पूर्ण इलाज करवाएं. ऐसा नहीं किये जाने पर 2 महीने के बाद एमडीआर टीबी हो सकता है जो शरीर के लिए और भी घातक होता है. इस बीमारी का इलाज लम्बा चलता है इसलिए जरुरी है कि लोग बीमारी का इलाज करवाएं. बीमारी- टीबी यानि ट्यूबरक्लोसिसलक्षण- बुखार, 2 सप्ताह से ज्यादा समय तक खांसी, भूख नहीं लगना, वजन कम हो जाना, खांसी से खून का आना.उपाय- दो हफ्ते में खांसी ना जाए तो डॉक्टरी सलाह ली जाए, जिस मरीज को यह बीमारी हुई हो उसका पूर्ण इलाज करवाएं.

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