कॅरियर टिप्स – बढ़ रही सर्जंन की डिमांड (असंपादित)

लाइफ रिपोर्टर@जमशेदपुरतेजी से बदल रही लाइफ स्टाइल के चलते फैटल डिजीज का प्रभाव तो बढ़ रहा है. इसके साथ ही हॉस्पिटल इंडस्ट्री भी काफी तेजी से ग्रो कर रही है. हॉस्पिटल इंडस्ट्री के बढ़ने के साथ-साथ सर्जन की डिमांड में भी काफी तेजी से ग्रोथ हो रही है. ऐसे में सर्जन बनना एक बेहतर कॅरियर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 15, 2015 12:05 AM

लाइफ रिपोर्टर@जमशेदपुरतेजी से बदल रही लाइफ स्टाइल के चलते फैटल डिजीज का प्रभाव तो बढ़ रहा है. इसके साथ ही हॉस्पिटल इंडस्ट्री भी काफी तेजी से ग्रो कर रही है. हॉस्पिटल इंडस्ट्री के बढ़ने के साथ-साथ सर्जन की डिमांड में भी काफी तेजी से ग्रोथ हो रही है. ऐसे में सर्जन बनना एक बेहतर कॅरियर हो सकता है. एक कैंसर सर्जन बनने के लिए सबसे पहले तो आपका बायोलॉजी से एकेडमिक बैकग्राउंड होना जरूरी है. इसके बाद बाद इंटर पास करने के बाद आप पीएमटी (प्री मेडिकल टेस्ट) का एग्जाम दे सकते हैं. प्री मेडिकल टेस्ट का एग्जाम क्लीयर करने के बाद आपको 6 साल तक एमबीबीएस की पढ़ाई करनी पड़ेगी. इसके बाद आप एमएस (मास्टर ऑफ सर्जरी) और डीएनबी (डिप्लोमा इन नेशनल बोर्ड) कर सकते हैं. ये दोनों ही स्पेशलाइज्ड कोर्स होते हैं और इन्हें करने के बाद आप सर्जरी करने करने योग्य हो जाते हैं. सर्जन बनने के लिए आपमें कुछ व्यवहारिक गुणों का होना भी काफी जरूरी है. जैसे आपको काफी कूल नेचर का होना होगा, इसके अलावा आपका पेशेंश काफी हाई होना चाहिए क्योंकि कई बार ऑपरेशन के दौरान आपको घंटों का वक्त लग सकता है. इसके अलावा आपको अटेंटिव और डायनेमिक डिसीजन टेकर होना भी जरूरी है क्यों वैसे भी जब बात हो जिंदगी और मौत की तो फैसले का सेलेक्शन सटीक होना काफी जरूरी है. सर्जन बनने के बाद आप किसी हॉस्पिटल में भी ज्वाइन कर सकते हैं और साथ ही प्राइवेट प्रैक्टिस भी कर सकते हैं. नाम – डॉ एके सिंहप्रोफेशन – जीएम, दुर्गापुर हॉस्पिटल एंड सीनियर सर्जन

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