विमोचन(फोटो ऋषि की होगी)
हेडिंग : ‘उलगुलान की आग’ का हुआ विमोचनडॉ हरेराम त्रिपाठी चेतन ने लिखा है प्रबंध काव्यडॉ बालमुकुंद पैनाली ने किया पुस्तक को लोकार्पितजमशेदपुर : सिंहभूम जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन / तुलसी भवन के तत्वावधान में आयोजित समारोह में आज डॉ हरेराम त्रिपाठी ‘चेतन’ के प्रबंध काव्य ‘उलगुलान की आग’ का विमोचन किया गया. डॉ बच्चन […]
हेडिंग : ‘उलगुलान की आग’ का हुआ विमोचनडॉ हरेराम त्रिपाठी चेतन ने लिखा है प्रबंध काव्यडॉ बालमुकुंद पैनाली ने किया पुस्तक को लोकार्पितजमशेदपुर : सिंहभूम जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन / तुलसी भवन के तत्वावधान में आयोजित समारोह में आज डॉ हरेराम त्रिपाठी ‘चेतन’ के प्रबंध काव्य ‘उलगुलान की आग’ का विमोचन किया गया. डॉ बच्चन पाठक ‘सलिल’ की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि कोल्हान विवि हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ बालमुकुंद पैनाली ने पुस्तक का विधिवत विमोचन किया. इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि डॉ चेतन का यह प्रबंध काव्य झारखंड भूमि के सपूत भगवान बिरसा के जीवन एवं उनके कृत्यों पर आधारित यह पहला प्रबंध काव्य है. उन्होंने कहा कि उक्त रचना में कवि ने भगवान बिरसा की वीरता, उनके पुरुषार्थ का सम्यक रूप से रूपायन किया है. अध्यक्ष डॉ सलिल ने अपने संबोधन में कहा कि बिरसा मुंडा ने बगावत का वह बिगुल फूंका, जिसने अंग्रेजों को झारखंड की भूमि में कभी सफल नहीं होने दिया. उन्होंने कहा कि उनका पहला आक्रमण एक चर्च पर हुआ था, पर वे चर्च को नहीं, उसके पादरी को निशाना बनाना चाहते थे, जिसे वे अंग्रेज सरकार का एजेंट मानते थे. पुस्तक के रचयिता डॉ चेतन ने अपने संबोधन में पुस्तक की रचना तथा उसके उद्देश्य, उसकी प्रक्रिया आदि के संबंध में उपस्थित लोगों को जानकारी दी. इससे पहले डॉ नर्मदेश्वर पांडेय ने आगत अतिथियों का स्वागत किया तथा यमुना तिवारी व्यथित ने डॉ चेतन का परिचय प्रस्तुत किया. समारोह का संचालन श्रीराम पांडेय भार्गव ने किया.