ग्रामीणों ने नहर का काम बंद कराया
जमशेदपुर: सुवर्णरेखा बहुदेशीय परियोजना अंतर्गत राजदोहा (नरवा) में सोमवार को खरकई नहर (किलोमीटर संख्या 25-29 के बीच) का काम ग्रामीणों और विस्थापितों ने बंद करा दिया. कार्यस्थल पर प्रदर्शन और नारेबाजी की. उनकी मांग है कि काम शुरू होने के पहले मुआवजा व नौकरी मिले. साथ ही बाहरी लोगों को काम में नहीं लिया जाये. […]
जमशेदपुर: सुवर्णरेखा बहुदेशीय परियोजना अंतर्गत राजदोहा (नरवा) में सोमवार को खरकई नहर (किलोमीटर संख्या 25-29 के बीच) का काम ग्रामीणों और विस्थापितों ने बंद करा दिया. कार्यस्थल पर प्रदर्शन और नारेबाजी की. उनकी मांग है कि काम शुरू होने के पहले मुआवजा व नौकरी मिले.
साथ ही बाहरी लोगों को काम में नहीं लिया जाये. ठेकेदार ने घटना की सूचना अधिकारियों को दी. इसे लेकर राधे, धामरु समेत 10-15 लोगों के खिलाफ विभाग और पुलिस से शिकायत की गयी है. दूसरी ओर आंदोलनकारियों का कहना है कि ठेकेदार व अधिकारी नियम का पालन नहीं कर रहे हैं. गैर विस्थापित को काम दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि कैनाल का काम शुरू करने के पूर्व ग्राम प्रधान व मुखिया को जानकारी नहीं दी गयी.
जो आंदोलनकारियों के साथ थे: मुखिया अनीता मुमरू, दिलीप कुमार टुडू, कृष्ण चंद्र टुडू, दुर्गा प्रसाद हांसदा, राधा मोहन टुडू, राहुल मुमरू, देव ज्योति, गोपाल चंद्र टुडू, नीतिराज बास्के, बसंत सोरेन, चैतन सोरेन, टीकाराम सोरेन, राम स्वरूप सोरेन, पूर्ण चंद्र पात्र, छोटा मान सिंह सोरेन, टीका राम सोरेन, दिनेश बास्के, राम मुमरू, घासी राम मार्डी, आदान मुमरू व अन्य.
समय पर काम पूरा करने का आदेश: गौरतलब हो कि सीएम रघुवर दास ने सुवर्णरेखा परियोजना के अधूरे कार्यो को समय सीमा के भीतर पूरा करने का आदेश दिया है. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि विस्थापितों की जायज मांगों को अविलंब पूरा करें. बेवजह काम में बाधा डालनेवालों के खिलाफ कार्रवाई करें.
पूर्व में कुछ विस्थापितों को काम पर रखा गया था. उन्हें कम मजदूरी दी जा रही थी. विरोध करने पर कई लोगों को बिठा दिया गया. अब गैर विस्थापितों को काम पर रखा जा रहा है. -धामरु हांसदा, गांव के बुजुर्ग
जमीन अधिग्रहण के समय ही विस्थापितों को नियमानुसार मुआवजा दिया गया है. इसके बावजूद ग्रामीण सरकारी काम में बाधा पहुंचा रहे हैं. वैसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. शिशिर चौधरी, कार्यपालक अभियंता, खरकई नहर प्रमंडल.