… जिनके चेहरे पर हया की खूशबू है (18 मुसलिम)
उर्दू साहित्य जगत का एक तारा डूब गया : शाकिर अजीमाबादी उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुर पदमश्री कवि कलीम अजीज के निधन पर नगर की उर्दू साहित्यिक संस्था शायकीन -ए- अदब की ओर से आजादनगर में शोक सभा का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता शाकिर अजीमाबादी ने की व संचालन कवि अशरफ अली ने किया. कविता के […]
उर्दू साहित्य जगत का एक तारा डूब गया : शाकिर अजीमाबादी उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुर पदमश्री कवि कलीम अजीज के निधन पर नगर की उर्दू साहित्यिक संस्था शायकीन -ए- अदब की ओर से आजादनगर में शोक सभा का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता शाकिर अजीमाबादी ने की व संचालन कवि अशरफ अली ने किया. कविता के जरिये दी श्रद्धांजलिकवि अशरफ अली : मेरी आंखों में है महफूज उन्हीं की सूरत, जिनके चेहरे से आती है हया की खुशबूकवि गौहर अजीज : मैं मुसाफिर हूं किसी रोज चला जाऊंगा, लौट कर फिर कभी दर पर न तेरे आऊंगा मास्टर गालिब : अपना तो काम है जलाते चलो चिराग, रास्ते में दोस्त या दुश्मन का घर मिले इन लोगों ने दी श्रद्धांजलि : नजीर अहमद, कवि महशर हबीबी, कवि रिजवान औरंगाबादी, कवि महताब अनवर, सलीम गौसी, रुहुल जमील, मोहम्मद अब्बास, नियाज गयावी, मुमताज अहमद, मोहम्मद हकीम वारसी, असर भागलपुरी आदि.