गांवों में सुनायी देने लगे हैं बाहा उत्सव के गीत ( फोटो डीएस 1 व 2)
संवाददाता,जमशेदपुर शहर से सटे आदिवासी बहुत क्षेत्र में बाहा गीत-संगीत सुनाई देने लगे हैं. 23 फरवरी से विभिन्न गांवों में प्रकृति का महापर्व बाहा उत्सव शुरू हो जायेगा. गांव के माझी बाबा, नायके, जोग माझी व ग्रामीण इसकी तैयारी पर जुट गये हैं. नायके बाबा(पुजारी) समेत ग्रामीणों ने बाहा उत्सव को देखते हुए शारीरिक व […]
संवाददाता,जमशेदपुर शहर से सटे आदिवासी बहुत क्षेत्र में बाहा गीत-संगीत सुनाई देने लगे हैं. 23 फरवरी से विभिन्न गांवों में प्रकृति का महापर्व बाहा उत्सव शुरू हो जायेगा. गांव के माझी बाबा, नायके, जोग माझी व ग्रामीण इसकी तैयारी पर जुट गये हैं. नायके बाबा(पुजारी) समेत ग्रामीणों ने बाहा उत्सव को देखते हुए शारीरिक व आत्मिक रुप से शुद्धि करना शुरू कर दिया. वे बाहा बोंगा के दिन जाहेरथान में जाकर मरांगबुरू-जाहेरआयो व लिटा-मोणें से समाज के समस्त लोगों के लिए पूजा अर्चना व प्रार्थना करेंगे. उसके पश्चात मरांगबुरू-जाहेरआयो व लिटा-मोणें का आशीष स्वरूप साल के फूल-पते को लोगों बीच वितरित करेंगे. जिसमें महिलाएं अपने जुडे़ में सजायेंगी, जबकि पुरुष उसे कानों में सजायेंगे. बाहा उत्सव को देखते हुए घरों की लिपाई-पोताई का काम काफी तेजी से चल रहा है. यहां होगा दिशोम बाहाकदमा- 28 फरवरी करनडीह- 1 मार्चक्रॉसिंग व बर्मामाइंस-4 मार्च कब, कहां होगा बाहा उत्सव 23 फरवरीतालसा, गोबरधन, दुबराजपुर, पुरीहासा, रानीडीह, हाकेगोड़ा, बिश्रामपुर, आहारघुटू, तुरियाबेड़ा, देवघर,भागाबांध24 फरवरी करनडीह, बागबेड़ा, सिदमा, बालीगुमा, अखिनाथपुर, डिमना, डेमकाडीह5 मार्चसालडीह, हलुदबनी