दो डॉक्टर और तीन स्टाफ बहाल होंगे
सदर अस्पताल परिसर में एमडीआर टीबी सेंटर बनकर तैयार (फ्लैग- 10 बेड का है अस्पताल (पांच महिला व पांच पुरुष के लिए)- भवन व संसाधन के लिए मिले 10 लाख रुपये -स्टाफ की नियुक्ति के लिए बनी पांच सदस्यीय कमेटीसंवाददाता, जमशेदपुर सदर अस्पताल, खासमहल के पास 10 बेड का मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट (एमडीआर) टीबी अस्पताल […]
सदर अस्पताल परिसर में एमडीआर टीबी सेंटर बनकर तैयार (फ्लैग- 10 बेड का है अस्पताल (पांच महिला व पांच पुरुष के लिए)- भवन व संसाधन के लिए मिले 10 लाख रुपये -स्टाफ की नियुक्ति के लिए बनी पांच सदस्यीय कमेटीसंवाददाता, जमशेदपुर सदर अस्पताल, खासमहल के पास 10 बेड का मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट (एमडीआर) टीबी अस्पताल बन कर तैयार है. जिला टीबी रोग विभाग के पदाधिकारी डॉ प्रभाकर कुमार भगत ने बताया कि स्टाफ नियुक्ति के लिए डीसी द्वारा पांच सदस्यीय कमेटी बनायी गयी है जो नियुक्ति संबंधित निर्णय लेगी. अस्पताल में दो डॉक्टर तीन स्टाफ की बहाली होगी. इसके लिए 26 फरवरी को डीसी ऑफिस में एक बैठक बुलायी गयी है. क्या है एमडीआर टीबी वैसे टीबी के मरीज जो बीच में दवा छोड़ देते हैं, उन्हें एमडीआर टीबी हो जाता है. ऐसे मरीजों का इलाज 24 माह तक चलता है. इसके लिए मरीज को एक सप्ताह वार्ड में भरती रखना पड़ता है. साकची में पहले से है टीबी अस्पतालसामान्य टीबी मरीजों के लिए साकची में पहले से 10 बेड का टीबी अस्पताल चल रहा है. डॉ प्रभाकर कुमार भगत ने बताया कि सदर अस्पताल के पास बनने वाले अस्पताल में एमडीआर टीबी से ग्रसित मरीजों का इलाज किया जायेगा. सामान्य व एमडीआर टीबी के मरीज को एक साथ नहीं रखा जा सकता है. इनकी होगी बहालीडॉक्टर – 2लेखा पाल – 1कोडिनेटर – 1सांख्यिकी सहायक – 1