मिसकिन शाह बाबा के उर्स में शामिल हुए चाहने वाले
(18 उमा 18)आनंद बिहारी दुबे के नेतृत्व में चादरपोशी व लंगर का आयोजनकव्वाल फिरोज, मंजूर और श्रद्धा दास ने सजायी महफिलउपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुरगोलमुरी कालू बगान में बुधवार को मिसकिन शाह बाबा का सालाना उर्स मनाया गया. बाबा के चाहने वालों ने चादरपोशी की और लंगर में हिस्सा लेकर खुद को धन्य समझा. शाम को कव्वाली […]
(18 उमा 18)आनंद बिहारी दुबे के नेतृत्व में चादरपोशी व लंगर का आयोजनकव्वाल फिरोज, मंजूर और श्रद्धा दास ने सजायी महफिलउपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुरगोलमुरी कालू बगान में बुधवार को मिसकिन शाह बाबा का सालाना उर्स मनाया गया. बाबा के चाहने वालों ने चादरपोशी की और लंगर में हिस्सा लेकर खुद को धन्य समझा. शाम को कव्वाली की महफिल भी सजी.कव्वाली में मुख्यरूप से कव्वाल फिरोज, मंजूर और श्रद्धा दास ने अपने गीतों से लोगांे की जमकर तालियां बटोरीं. मिसकिन शाह बाबा को पासपोर्ट बाबा के नाम से भी जमशेदपुर के लोग पुकारते हैं. जिन लोगों को विदेश जाने की इच्छा होती है, वे बाबा के यहां आकर अपनी चिट्ठी लिखते हैं. ऐसा करने वालों का दावा है कि बाबा उनकी फरियाद पूरी करते हैं और उन्हें विदेशों में रोजगार का मौका मिलता है. लंगर का आयोजनउर्स समारोह में आनंद बिहारी दुबे के नेतृत्व में चादरपोशी और लंगर का आयोजन किया गया. इसमें मुख्यरूप से सामंतो कुमार, चांद बाबा, बाबू सिंह, सुशील घोष, चेतन राव, नवीन सिंह, राजू ठाकुर, रमेश, मोहम्मद इरफान समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. आनंद बिहारी दुबे और उनके साथियों ने लंगर और चाय-पानी की व्यवस्था कराई. गोलमुरी की लंगर कमेटी के मुन्ना खान, असलम, जावेद, इम्तियाज, पप्पू, बबन, फारुख ने भी अपने साथियों के साथ मिलकर लंगर बांटा. तड़के तीन बजे से बाबा का उर्स शुरू हुआ. इसके बाद संदल फिर चादरपोशी की गई. कुरानख्वानी के बाद दोपहर से लगातार चादरपोशी का सिलसिला जारी रहा. दूर-दराज से आये हुए लोगों ने भी चादरपोशी में हिस्सा लिया.