आरवीएस कॉलेज के छात्रों ने नेत्रहीनों के लिए बनायी स्मार्ट वाकिंग स्टिक (फोटो आनंद1)

वरीय संवाददाता जमशेदपुरआरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के बी टेक छात्रों ने एक ऐसी स्मार्ट छड़ी बनायी है, जो नेत्रहीनों को चलते वक्त मार्ग में आने वाली बाधाओं के प्रति पहले ही सचेत कर देती है.अल्ट्रासोनिक तरंगों एवं बजर-आधारित इस वाकिंग- स्टिक को थामे एक नेत्रहीन व्यक्ति जब भी किसी दिशा में आगे बढ़ता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2015 2:03 PM

वरीय संवाददाता जमशेदपुरआरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के बी टेक छात्रों ने एक ऐसी स्मार्ट छड़ी बनायी है, जो नेत्रहीनों को चलते वक्त मार्ग में आने वाली बाधाओं के प्रति पहले ही सचेत कर देती है.अल्ट्रासोनिक तरंगों एवं बजर-आधारित इस वाकिंग- स्टिक को थामे एक नेत्रहीन व्यक्ति जब भी किसी दिशा में आगे बढ़ता है, तो सामने एवं बायें-दायें से एक मीटर दूरी के अंदर किसी भी अवरोध के आने पर यह स्टिक व्हीप की आवाज करता है, जिसे सुनकर नेत्रहीन व्यक्ति अपना रास्ता बदल सकता है. यह छड़ी सामने के अवरोध पर तीन बीप, दायीं ओर के अवरोध पर डबल बीप साउंड और बायीं ओर से अवरोध आने पर सिंगल बीप साउंड करती है. कॉलेज के बी टेक (इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन शाखा) के छात्रों मनोहर कुमार, पीयूष पाणिनी, दिलीप कुमार मेहता, रंजन प्रसाद यादव और नितेश कुमार ने प्रोजेक्ट गाइड प्रो ऋषि झा की देखरेख में वाकिंग केन प्रोजेक्ट बनाया है. इसमें छड़ी के रूप में एक हल्की पीवीसी पाइप ली गयी है, जिसमें स्क्रू के सहारे फिट किये गये लकड़ी के कैबिनेट में माइक्रो कंट्रोलर, सेंसर्स और बैटरी रखे गये हैं. चेयरमैन श्री बिंदा सिंह, निदेशक प्रोफेसर एमपी सिंह, प्राचार्य डॉ सुकोमल घोष एवं कोषाध्यक्ष ने प्रोजक्ट टीम को इस सफलता के लिए बधाई दी. प्रोजक्ट गाइड प्रो झा ने बताया कि भविष्य में माइक्रो कंट्रोल यंत्र की जगह चिप के इस्तेमाल से इस वाकिंग केन की कीमत आधी से भी कम रह जायेगी.

Next Article

Exit mobile version