मदरसा फैजुल उलूम में पार्सियन कोर्स को मंजूरी
लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर धातकीडीह स्थित मदरसा फैजुल उलूम में उर्दू, अरबी के साथ-साथ अब फारसी (पार्सियन) डिप्लोमा कोर्स को सरकार ने मंजूरी दे दी है. फारसी हिंदुस्तान की अहम क्लास की जुवां में से एक है, जो सदियों तक इस मुल्क की सरकारी और तहजीवी जुवां रही है. यह ईरान, अफगानिस्तान, तजाकिस्तान और उजबेकिस्तान […]
लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर धातकीडीह स्थित मदरसा फैजुल उलूम में उर्दू, अरबी के साथ-साथ अब फारसी (पार्सियन) डिप्लोमा कोर्स को सरकार ने मंजूरी दे दी है. फारसी हिंदुस्तान की अहम क्लास की जुवां में से एक है, जो सदियों तक इस मुल्क की सरकारी और तहजीवी जुवां रही है. यह ईरान, अफगानिस्तान, तजाकिस्तान और उजबेकिस्तान आदि देशों की सरकारी जुवां भी है. मौजूदा जरूरतों के कारण हिंदुस्तान के कई विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में इसे लागू करने की लगातार कोशिश की जा रही है. इन्हीं कोशिशों का एक हिस्सा वह कोर्स है जो कौमी काउंसिल एक साला सर्टिफिकेट कोर्स पार्सियन भाषा के नाम से चला रहा है. इस कोर्स के संबंध में विशेष जानकारी के लिए मदरसा फैजुल उलूम से संपर्क करना होगा.