अंतर्वाह्य में सामंजस्य जरूरी : कल्याण मित्रानंद
(फोटो आनंदमार्ग के नाम से सेव है)गदरा में आनंद मार्ग का दो दिवसीय सेमिनार आरंभआज नारायण भोग, 500 नारायण भोजन करेंगेजमशेदपुर : गदरा (राहरगोड़ा) स्थित आनंद मार्ग आश्रम में शनिवार को दो दिवसीय जिला स्तरीय सेमिनार शुरू हुआ. सेमिनार के प्रथम दिन आचार्य कल्याणमित्रानंद अवधूत ने कहा कि पृथ्वी पर अनेक दर्शन आये. उनमें से […]
(फोटो आनंदमार्ग के नाम से सेव है)गदरा में आनंद मार्ग का दो दिवसीय सेमिनार आरंभआज नारायण भोग, 500 नारायण भोजन करेंगेजमशेदपुर : गदरा (राहरगोड़ा) स्थित आनंद मार्ग आश्रम में शनिवार को दो दिवसीय जिला स्तरीय सेमिनार शुरू हुआ. सेमिनार के प्रथम दिन आचार्य कल्याणमित्रानंद अवधूत ने कहा कि पृथ्वी पर अनेक दर्शन आये. उनमें से कई तत्व दर्शन पूर्णत: आध्यात्मिक जगत को ही लिये हुए थे. आध्यात्मिक जगत को तो उन्होंने लिया, पर मानसिक जगत की युक्तियुक्तता के साथ उनका संपर्क नहीं था. इसी से वे अतीत के अंधकार में विलीन हो गये. मनुष्य अंतर्जगत की ओर बढ़ता है. साथ ही बहिर्जगत में सामंजस्य बनाये रखकर कर चलना पड़ता है. सेमिनार के अंतिम दिन कल (1 मार्च को) सुबह 10.00 बजे से अपराह्न 1:00 बजे तक आचार्य कल्याण मित्रानंद नव्य मानवतावाद विषय पर अपने विचार रखेंगे. कल ही 1:00 बजे नारायण भोज का आयोजन किया जायेगा जिसमें करीब 500 नारायणों को भोजन कराया जाएगा. इस कार्यक्र म में आचार्य नवारुणानंद अवधूत, योगेश जी, अरुण जी, सीतारामजी, महेंद्र प्रताप सिंह, गोविंद त्रिपाठी, सुनील आनंद, शिवकुमार सिंह, इंदु देवी, डॉ आशु तथा अन्य लोगों ने भी भाग लिया.