औद्योगिक शांति की खिलाफत करने वालों का होगा विरोध
फोटो8 नोवा 6 – औद्योगिक शांति के लिए बैठक करते ग्रामीण.प्रतिनिधि, नोवामुंडीरविवार को बापी होटल में बागुन लागुरी की अध्यक्षता में स्थानीय रैयतों की आयोजित बैठक में टिस्को के खिलाफ नौ मार्च को आहूत धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम को औद्योगिक शांति के लिए खतरा बताया गया. टाटा स्टील के पक्ष में ग्रामीण उतरे. इस मौके पर माइकल […]
फोटो8 नोवा 6 – औद्योगिक शांति के लिए बैठक करते ग्रामीण.प्रतिनिधि, नोवामुंडीरविवार को बापी होटल में बागुन लागुरी की अध्यक्षता में स्थानीय रैयतों की आयोजित बैठक में टिस्को के खिलाफ नौ मार्च को आहूत धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम को औद्योगिक शांति के लिए खतरा बताया गया. टाटा स्टील के पक्ष में ग्रामीण उतरे. इस मौके पर माइकल तिरिया ने कहा कि काफी मशक्कत के बाद टिस्को कंपनी द्वारा दो दशक बाद स्थानीय लोग प्रभावित एरिया के लिए नियुक्ति निकाली गयी. इसमें इजहार राही द्वारा गलत राजनीति कर नियुक्ति को बंद कराने की साजिश चल रही है. दरअसल पदापहाड़ गांव में इजहार राही गिट्टी खदान का लीज व क्रशर प्लांट बैठाने वाले हैं. ग्रामीणों का ध्यान हटा कर टिस्को की ओर मोड़ना चाहते हैं. जब-जब नियुक्ति के लिए कंपनी ने पहल की, तब-तब गलत राजनीति होती रही है. लिहाजा नियुक्ति बंद करना पड़ा. दोबारा इस तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए. फिर कंपनी ने नियुक्ति बंद की तो इसकी जवाबदेही सिर्फ और सिर्फ इजहार राही होंगे. नियुक्ति का स्थानीय लोगों को समर्थन करना चाहिए. न कि विरोध-प्रदर्शन, ताकि योग्यतानुसार स्थानीय भूमि पुत्रों को नौकरी मिल सके. गलत राजनीति से औद्योगिक शांति भंग होती है. बेवजह गैर जरूरी हरकत बंद हो, अन्यथा प्रभावित क्षेत्र के लोग वैसे लोगों का विरोध करेंगे. बैठक में मुख्य रूप से अभिमन्यु पान, मंगल सुरेन, शांतनु प्रधान, विशु गौड़, ओबिन लागुरी, गोविंद सुरेन, गोमा सुरेन, गुरुचरण हेंब्रम समेत अन्य मौजूद थे.