आदित्यपुर साहित्यकार संघ का होली मिलन
(फोटो आदित्यपुर होली के नाम से सेव है)जमशेदपुर. आदित्यपुर साहित्यकार संघ ने होली मिलन का आयोजन किया, जिसमें फागुनी कविताओं के रंग छलकते रहे. डॉ बच्चन पाठक सलिल के गीत ‘लगता है सखि चुपके-चुपके फागुन आया है…’ ने समा बांधा तो पद्मा मिश्रा की कविता, ‘तन रंग दो…’, मनोज आजिज की कविता, ‘हवा चली है […]
(फोटो आदित्यपुर होली के नाम से सेव है)जमशेदपुर. आदित्यपुर साहित्यकार संघ ने होली मिलन का आयोजन किया, जिसमें फागुनी कविताओं के रंग छलकते रहे. डॉ बच्चन पाठक सलिल के गीत ‘लगता है सखि चुपके-चुपके फागुन आया है…’ ने समा बांधा तो पद्मा मिश्रा की कविता, ‘तन रंग दो…’, मनोज आजिज की कविता, ‘हवा चली है मदमस्त…’ को भी लोगों की सराहना मिली. इनके अलावा मीरा झा, हरेराम राय हंस, प्रभाष, मोहन जी, किशोर चटर्जी, शिशिर पाठक, दयानाथ उपाध्याय आदि सुधि श्रोता भी उपस्थित थे.