कॅरियर टिप्स – संस्कृत को न करें नजरअंदाज (असंपादित)

लाइफ रिपोर्टर@जमशेदपुरकॅरियर बनाने को लेकर अक्सर स्टूडेंट्स को केवल मेडिकल या फिर इंजीनियरिंग का ऑप्शन ही नजर आता है पर जरूरी नहीं कि कॅरियर को संवारने के लिए केवल इन्हीं हाई-फाई डिग्रियों का सहारा लिया जाये. कई ऐसे सब्जेक्ट्स हैं जिन्हें हम अक्सर नजरअंदाज करते हैं. पर उन विषयों से हम काफी बेहतर कॅरियर बना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2015 1:03 AM

लाइफ रिपोर्टर@जमशेदपुरकॅरियर बनाने को लेकर अक्सर स्टूडेंट्स को केवल मेडिकल या फिर इंजीनियरिंग का ऑप्शन ही नजर आता है पर जरूरी नहीं कि कॅरियर को संवारने के लिए केवल इन्हीं हाई-फाई डिग्रियों का सहारा लिया जाये. कई ऐसे सब्जेक्ट्स हैं जिन्हें हम अक्सर नजरअंदाज करते हैं. पर उन विषयों से हम काफी बेहतर कॅरियर बना सकते हैं और तो और उन विषयों से पढ़ाई करने के बाद हमारे पास कई बेहतर कॅरियर ऑप्शंस भी मौजूद हैं. ऐसा ही एक विषय है संस्कृत. पिछले कुछ सालों में संस्कृत विषय के विद्यार्थियों की संख्या में काफी गिरावट आई है या यूं कहें कि इस विषय में लोगों का इंटरेस्ट काफी कम हुआ है पर वास्तविकता तो ये है कि संस्कृत ज्यादातर भाषाओं की जननी है और बिना संस्कृत के ज्ञान के आप बंगाली, मलयालम, मेंडेरियन आदि भाषाओं के बारे में नहीं जान सकते. संस्कृत एक फॉर्मुलेटिव लैंग्वेज है. संस्कृत में आप पीएचडी तक कर सकते हैं. संस्कूत की पढ़ाई करने के बाद आप स्कूल और कॉलेजेज में बतौर टीचर या फिर लेक्चरर तो ज्वाइन कर ही सकते हैं. साथ ही आप न्यूज वक्ता भी बन सकते हैं. सिर्फ इतना ही नहीं इन दिनों संस्कृत अनुवादकों की और सरलार्थों की काफी डिमांड है और ये एक बेहतरीन कॅरियर है. इसके अलावा आर्मी की कुछ पोस्ट्स में भी संस्कृत के स्टूडेंट्स को तरजीह दी जाती है. अगर आप संस्कृत, अरबी और लैटिन भाषा का नॉलेज ग्रहण कर लेते हैं तो आपके सामने कई कॅरियर ऑप्शंस ओपेन हो सकते हैं.नाम – डॉ बी डी शर्माप्रोफेशन – शिक्षाविद एवं मैनेजिंग डायरेक्टर गोविंद विद्यालय, तामोलिया

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