सिख कॉम दे लइ साहिबजादियां नूं कुर्बान करा दीता (त्रिलोचन व त्रिलोचन 1)

वरीय संवाददाता, जमशेदपुरसिखों के दसवें गुरु श्री गुरुगोविंद सिंह जी महाराज ने सिख कॉम दे लई चारों साहिबजादियां नू कुर्बान करा दीता… सिख नू खालसा दा रूप देण लई खालसा पंथ की स्थापना करायी, लेकिन आज दी सिखी कित्थे जा रही है. कॉम नू विचार करना चाहिदा. श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जीवनी पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2015 11:04 PM

वरीय संवाददाता, जमशेदपुरसिखों के दसवें गुरु श्री गुरुगोविंद सिंह जी महाराज ने सिख कॉम दे लई चारों साहिबजादियां नू कुर्बान करा दीता… सिख नू खालसा दा रूप देण लई खालसा पंथ की स्थापना करायी, लेकिन आज दी सिखी कित्थे जा रही है. कॉम नू विचार करना चाहिदा. श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जीवनी पर पंजाब से आये प्रचारक सोहन सिंह ने रविवार को उक्त पंक्तियां संगत के समक्ष रखीं. सिखों के नये वर्ष (चैत माह) के मद्देनजर अकाली दल द्वारा टेल्को गुरुद्वारा में आयोजित कीर्तन दरबार में संगत को संबोधित करते हुए सोहन सिंह ने कहा कि श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने धर्म की रक्षा के लिए अपने चारों साहिबजादों को शहीद करवाया. दो बड़े साहिबजादे अजीत सिंह व जुझार सिंह चमकौर की गली में जंग लड़ते शहीद हो गये. उनके छोटे साहिबजादे जोरावर सिंह व फतेह सिंह को दीवार में चिनवा दिया गया. ऐसे गुरु के त्याग को हमें हर क्षण याद रखना होगा, तभी हम अपने धर्म की रक्षा कर पायेंगे. इस अवसर पर कविशरी जत्था पंजाब से जोगा सिंह पागोवालिया, रागी जत्था सुखदेव सिंह पटियाला ने गुरवाणी गायन कर संगत को निहाल किया. कीर्तन दरबार में दोनों दिन सुबह और शाम कीर्तन दरबार आयोजित हुआ. उपस्थित संगत के बीच गुरु का लंगर भी बंटा. कार्यक्रम को सफल बनाने में अकाली दल के प्रधान गुरदीप सिंह, जत्थेदार जरनैल सिंह, पूर्व प्रधान राम किशन सिंह, सचिव रविंदर सिंह, रवींद्रपाल सिंह, भूपेंद्र सिंह, अमरजीत सिंह, कुलवंत सिंह, हरभजन सिंह, अवतार सिंह आदि का योगदान रहा.

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