ब्लैकमेल नहीं करें, पार्टी से बड़ा कोई नहीं: रघुवर दास

जमशेदपुर: पोटका विधायक मेनका सरदार को मंत्री नहीं बनाये जाने से नाराज बागबेड़ा मंडल के भाजपा कार्यकर्ताओं ने रामगढ़िया सभा हॉल में आयोजित पार्टी के सदस्यता अभियान में हंगामा किया. नारेबाजी की. बाद में संगठन मंत्री के निर्देश पर खुद मेनका सरदार व जिप सदस्य ने कार्यकर्ताओं को शांत कराया. हंगामा शांत होने पर मुख्यमंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2015 7:19 AM
जमशेदपुर: पोटका विधायक मेनका सरदार को मंत्री नहीं बनाये जाने से नाराज बागबेड़ा मंडल के भाजपा कार्यकर्ताओं ने रामगढ़िया सभा हॉल में आयोजित पार्टी के सदस्यता अभियान में हंगामा किया. नारेबाजी की. बाद में संगठन मंत्री के निर्देश पर खुद मेनका सरदार व जिप सदस्य ने कार्यकर्ताओं को शांत कराया. हंगामा शांत होने पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा : किसी को इस बात का अहंकार नहीं होना चाहिए कि वह पार्टी से बड़ा है.

पार्टी से बड़ा कोई नहीं. जिस तरह की हरकत कार्यकर्ताओं ने की है, वह बरदाश्त के लायक नहीं है. दबाव डाल कर या ब्लैकमेलिंग कर कोई किसी तरह का गलत कार्य नहीं करा सकता. ऐसी घटना बरदाश्त नहीं : मेनका सरकार को मंत्री नहीं बनाये जाने से नाराज बागबेड़ा मंडल द्वारा सदस्यता अभियान शुरू नहीं किये जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा : अगर वहां स्थानीय कमेटी अभियान शुरू नहीं करती है, तो मैं खुद जाकर सदस्यता अभियान शुरू कराऊंगा. उन्होंने मंच पर बैठे संगठन के लोगों से इस मामले को गंभीरता से लेने की अपील की. कहा : झारखंड में दोबारा ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए. ऐसी घटनाओं को किसी भी कीमत पर बरदाश्त नहीं किया जाना चाहिए. कार्यकर्ताओं को इस बात का एहसास होना चाहिए कि हम रहे न रहे, पार्टी हमेशा रहेगी. हमें थोड़ी देर के लिए जो जिम्मेदारी मिली है, उसका बखूबी निर्वाह करनी चाहिए. संगठन में अनुशासन का पालन होना चाहिए. अनुशासन ही पार्टी की पहचान है.

उचित जगह उठाये मामला
मुख्यमंत्री ने कहा : जहां तक किसी को मंत्री बनाने या नहीं बनाने की बात है, इसके लिए उचित प्लेटफॉर्म पर मामला उठाया जाना चाहिए. राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रधानमंत्री तक शिकायत की जानी चाहिए. लेकिन इस तरह का रवैया कतई ठीक नहीं है. मुङो सिर्फ भाजपा कार्यकर्ताओं ने ही विधायक और मुख्यमंत्री नहीं बनाया है. झारखंड की जनता ने भी मुझ पर विश्वास किया है. जनता पार्टी की नीति-सिद्धांत को ध्यान में रख कर वोट देती है. उन्होंने कहा : पार्टी के काफी लोकप्रिय नेता थे दीनानाथ पांडेय. 1995 में श्री पांडेय का टिकट काट कर पार्टी ने मुङो प्रत्याशी बनाया था. 1101 मतों से चुनाव जीता. अजरुन मुंडा के कार्यकाल में मुङो मंत्री नहीं बनाया गया, इसके विरोध में पूर्वी जमशेदपुर के कार्यकर्ताओं ने तो हंगामा नहीं किया था. काफी वरीय विधायक हैं, जिन्हें मंत्री नहीं बनाया गया है.
हटाये गये बागबेड़ा मंडलाध्यक्ष भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर बागबेड़ा मंडलाध्यक्ष धनंजय उपाध्याय को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है. नोटिस जारी कर पूछा है कि क्यों न उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया जाये. पप्पू मिश्र, राजेंद्र कुंवर व शंकर सिंह को भी नोटिस जारी किया गया है.
विधायक मेनका सरदार ने मांगी माफी
हंगामा के बाद मेनका सरदार के बोलने की बारी आयी, तो उन्होंने सबसे पहले घटना को लेकर माफी मांगी. इसके बाद मुख्यमंत्री ने भाषण शुरू किया. वह गुस्से में दिखे. हालांकि सांसद विद्युत वरण महतो ने उन्हें कुछ बातों में उलझाय रखा, पर वह सिर्फ सिर हिला कर ही जवाब दे रहे थे. संबोधन के बाद मुख्यमंत्री निकलने लगे, तो पार्टी के महानगर अध्यक्ष नंदजी प्रसाद ने उन्हें खाने का ऑफर दिया, जिसे रघुवर दास ने ठुकरा दिया. इसके बाद मुख्यमंत्री कार में बैठ कर एग्रिको स्थित अपने आवास की ओर चले गये. इस दौरान रघुवर दास काफी गुस्से में दिखे.

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