टीएमएच :ऑपरेशन का पानी नहीं होगा बरबाद
जमशेदपुर: टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में ऑपरेशन का पानी भी अब बरबाद नहीं होगा. उसका ट्रीटमेंट करने के बाद फिर से अस्पताल में रॉ वाटर केरूप में इस्तेमाल किया जा सकेगा. इसके लिए अस्पताल की ओर से टाटा स्टील व जुस्को के सहयोग से अपने तरह का पहला लिक्विड मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया […]
जमशेदपुर: टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में ऑपरेशन का पानी भी अब बरबाद नहीं होगा. उसका ट्रीटमेंट करने के बाद फिर से अस्पताल में रॉ वाटर केरूप में इस्तेमाल किया जा सकेगा. इसके लिए अस्पताल की ओर से टाटा स्टील व जुस्को के सहयोग से अपने तरह का पहला लिक्विड मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है.
इसके तहत हर दिन इसके माध्यम से 100 किलोलीटर पानी की सफाई हो सकेगी और उसका फिर से इस्तेमाल किया जा सकेगा. जीरो वाटर डिस्चार्ज के फामरूला के तहत केंद्र और राज्य के प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के कानूनों के मुताबिक ही इसको तैयार किया जा रहा है, ताकि पानी का बेहतर इस्तेमाल कया जा सके. अस्पताल में हर दिन सारे ऑपरेशन थियेटर या अन्य स्थानों पर काफी पानी का इस्तेमाल किया जाता है. उसको वैसे ही बहा दिया जाता है. ऐसे पानी का इस्तेमाल करने और पानी की समस्या से शहर को बचाने के लिए यह अनूठा कदम उठाया गया है.
वाटर डिस्चार्ज सिस्टम दुरुस्त होगा : जुस्को
जुस्को के प्रवक्ता राजेश राजन ने बताया कि इसके नये ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से पानी की बरबादी रुकेगी. पानी का बेहतर इस्तेमाल हो सकेगा. इसके अलावा जो भी अस्पताल का कचड़ा पानी है, उसका बेहतर तरीके से निस्तारण (डिस्पोजल) किया जा सकेगा. जल संरक्षण के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है.
ऐसे होगा पानी का इस्तेमाल
मेन ऑपरेशन थियेटर, गाइनिक ऑपरेशन थियेटर, कैथलैब, इनसीनेटर में इस्तेमाल में आने वाले पानी को अब तक बरबाद कर दिया जाता था. लेकिन इसको नालियों से बहा देने के बजाय पानी का फिर से इस्तेमाल हो सकेगा. इसका इस्तेमाल अस्पताल के भीतर ही बने सारे गार्डेन में किया जायेगा और जहां भी बिना ट्रीटमेंट वाले (रॉ वाटर) पानी की जरूरत है, वहां इस पानी का इस्तेमाल किया जा सकेगा. पानी की बरबादी इससे रुक सकेगी.