चाईबासा व घाटशिला के लिए
आंदोलनकारी मोरचा का 22 को झारखंड बंद (फोटो दूबे जी 12)झारखंड आंदोलनकारी मोरचा के केंद्रीय संयोजक सूर्य सिंह बेसरा ने प्रेसवार्ता में दी जानकारी11 अप्रैल को सभी जिला मुख्यालयों में झारखंड आंदोलनकारी मोरचा का धरना-प्रदर्शनसंवाददाता, जमशेदपुरझारखंड आंदोलनकारी मोरचा ने भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में 22 अप्रैल को झारखंड बंद का आह्वान किया है. वहीं, […]
आंदोलनकारी मोरचा का 22 को झारखंड बंद (फोटो दूबे जी 12)झारखंड आंदोलनकारी मोरचा के केंद्रीय संयोजक सूर्य सिंह बेसरा ने प्रेसवार्ता में दी जानकारी11 अप्रैल को सभी जिला मुख्यालयों में झारखंड आंदोलनकारी मोरचा का धरना-प्रदर्शनसंवाददाता, जमशेदपुरझारखंड आंदोलनकारी मोरचा ने भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में 22 अप्रैल को झारखंड बंद का आह्वान किया है. वहीं, मोरचा 11 अप्रैल को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन करेगा. यह जानकारी मोरचा के केंद्रीय संयोजक सूर्य सिंह बेसरा ने रविवार को बिष्टुपुर स्थित निर्मल गेस्ट हाउस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी. उन्होंने कहा कि अध्यादेश किसान व जनविरोध है, इसे जल्द से जल्द वापस लिया जाये. हम जान देंगे, लेकिन एक इंच भी जमीन नहीं देंगे. इसके विरोध में पूरे राज्य में उलगुलान किया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस संबंध में 31 मार्च को रांची में केंद्रीय संयोजक मंडली की बैठक बुलायी गयी है. प्रेस वार्ता में बीरसिंह सुरीन, श्रीपाल सिंह, पंकज मंडल, सुरेश चंद्र, शंकर मुंडा, राजेश कुमार महतो समेत अन्य मौजूद थे. ये हैं मांगें -सीएनटी व एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर ली गयी जमीन वापस की जाये-झारखंडियों के हाथों में राज्य सत्ता की बागडोर दी जाये-झारखंडी भाषाओं के शिक्षकों की बहाली हो-झारखंड/वनांचल आंदोलनकारी चिह्नितीकरण आयोग का समय विस्तार किया जाये-झारखंड आंदोलनकारी सेनानियों को नौकरी, पेंशन, मुआवजा, चिकित्सा, शिक्षा आदि की सुविधा दी जाये-तीन सदस्यीय आयोग के स्थान पर सात सदस्यीय आयोग का गठन हो-झारखंड भाषा साहित्य अकादमी का गठन किया जाये