चल सजनी दू जोने मिले सालेर बने जाइ.

जमशेदपुर: चतुर्थ संताली एवं क्षेत्रीय फिल्म महोत्सव में पुरस्कार के लिए नामित फिल्मों का सोमवार को बिष्टुपुर स्थित माइकल जॉन प्रेक्षागृह में प्रदर्शन शुरू हो गया. सोमवार को ‘महुआ’(प्रदर्शनी) व ‘जुवान मोने’ फिल्में प्रदर्शित की गयीं. उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि आयकर आयुक्त श्वेताभ सुमन, विशिष्ट अतिथि टीसीसी के बीरेन रमेश भुट्टा एवं टाटा स्टील […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:34 PM

जमशेदपुर: चतुर्थ संताली एवं क्षेत्रीय फिल्म महोत्सव में पुरस्कार के लिए नामित फिल्मों का सोमवार को बिष्टुपुर स्थित माइकल जॉन प्रेक्षागृह में प्रदर्शन शुरू हो गया. सोमवार को ‘महुआ’(प्रदर्शनी) व ‘जुवान मोने’ फिल्में प्रदर्शित की गयीं. उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि आयकर आयुक्त श्वेताभ सुमन, विशिष्ट अतिथि टीसीसी के बीरेन रमेश भुट्टा एवं टाटा स्टील के अनिल उरांव थे.

अतिथियों ने प्रोजेक्टर का बटन दबाकर फिल्म का प्रदर्शन शुरू किया. मुख्य अतिथि श्वेताभ सुमन ने अपने संबोधन में कहा कि आदिवासी व क्षेत्रीय फिल्में लंबे संघर्ष के बाद एक मुकाम हासिल कर पायी है. आदिवासी फिल्मों का आने वाला कल स्वर्णिम है.

कई लोगों ने भले ही शौकिया फिल्म निर्माण शुरू किया था, लेकिन वह दिन दूर नहीं जब आदिवासी फिल्म इंडस्ट्री के रूप में विकसित होगा. उन्होंने आइस्फा के फिल्म फेस्टिवल आयोजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया. फिल्म प्रदर्शनी के पहले दिन हॉल दर्शकों से खचाखच भरा रहा. उद्घाटन समारोह में कलाकारों ने संताली तथा राढ़ी बांग्ला गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किये. राढ़ी बांग्ला गीत ‘चल सजनी दूजोने मिले सालेर बने जाइ..’ पर प्रस्तुत नृत्य को दर्शकों की खूब सराहना मिली.

ये थे मौजूद
आइस्फा अध्यक्ष रमेश हांसदा, सीआर माझी, सुरेंद्र टुडू, प्रो. दिगंबर हांसदा, पूर्व विधायक सनातन माझी, लालटू महतो, भुआ हांसदा, दशरथ हांसदा, राजू मित्र, सागेन पुरती, मनोज हेंब्रम, उर्वशी टुडू, मोहन हांसदा आदि विशिष्ट लोग उपस्थित थे.

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