जमशेदपुर: कड़ी प्रशासनिक सुरक्षा और छिटपुट घटनाओं के बीच शहर में रामनवमी पर्व संपन्न हो गया. रविवार को शहर के 165 अखाड़ों से रामनवमी झंडा जुलूस निकाला गया. मुख्यमंत्री रघुवर दास के आदेश पर जिला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर से झंडा जुलूस पर पुष्प वर्षा की. देर रात तक साकची स्वर्णरेखा घाट, भुइयांडीह घाट, खरकई घाट, सती घाट, कपाली घाट, दोमुहानी घाट, बड़ौदा घाट में झंडे पहुंचते रहे.
रामनवमी झंडा जुलूस को लेकर शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी. क्यूआरटी, आइआरबी, जैप के जवानों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया गया था. एसएसपी एवी होमकर ने स्वयं शहर के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर झंडा जुलूस का जायजा लिया. मानगो, डिमना रोड, रानीकुदर, शास्त्रीनगर में सीसीटीवी कैमरे व वीडियो कैमरे से झंडा जुलूस की रिकार्डिग करायी गयी. साथ ही विसजर्न घाटों पर भी सीसीटीवी कैमरे व वीडियो कैमरे की व्यवस्था की गयी थी. कड़ी धूप और गरमी के कारण अखाड़ों से देरी से झंडा उठाया गया. शाम साढ़े चार बजे तक साकची स्वर्णरेखा घाट पर एक भी झंडा जुलूस नहीं पहुंचा था. वहीं, साकची स्वर्णरेखा घाट में दोपहर तक दुर्गा पूजा की पांच प्रतिमायें विसजर्न के लिए पहुंची थीं.
पटाखा फोड़ने को लेकर विवाद, पुलिस ने किया हस्तक्षेप : त्रिवेदी (तरुण संघ अखाड़ा) अखाड़े के झंडा जुलूस में मानगो रोड नंबर 2 के पास एक किनारे में पटाखा फोड़ा गया. स्थानीय कुछ लोगों द्वारा विरोध करने के कारण विवाद की स्थिति उत्पन्न होने लगी. इससे पहले माहौल खराब होता, वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों के लोगों को किनारे किया, जिसके बाद मामला शांत हुआ.
सरयू ने किया अखाड़ों का दौरा, सम्मानित : खाद्य आपूर्ति व संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय ने मानगो दाईगुट्ट हरिजन बस्ती स्थित सोहन अखाड़ा, एनएच में बिग बाजार के पास राम-लक्ष्मण अखाड़ा और जवाहर नगर रोड नंबर 4 स्थित महावीर अखाड़ा का दौरा किया. उनके साथ भाजपा नेता विकास सिंह भी मौजूद थे. अखाड़ा कमेटियों ने सरयू राय, विकास सिंह को पगड़ी पहनाकर सम्मानित भी किया.
छोटे वाहनों का होता रहा परिचालन
झंडा जुलूस के दौरान मानगो पुल समेत शहर के विभिन्न मार्गो से कार, टेंपो, दोपहिया वाहनों का परिचालन होता रहा. वाहनों का परिचालन होने के कारण वैसे लोगों को राहत मिली, जिन्हें जरूरी काम से कहीं जाना था. हालांकि, कुछ स्थानों पर जुलूस में वाहनों के घुस जाने के कारण नोकझोंक भी हुई.