आदिवासी लोकगीत व संगीत को बचाने की पहल

टाटा स्टील-टीसीएस बना रहा एलबम लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर टाटा स्टील-टीसीएस ने आदिवासियों के लोकगीतों के संरक्षण और बढ़ावा देने की पहल की है. आधुनिकता की चकाचौंध में लोग लोकगीतों और संगीत को भूल रहे हैं. इतना ही उनका वाद्य यंत्र भी विलुप्त हो रहा है. ऐसे में वाद्ययंत्रों को बचाये रखने के लिए उन्हें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2015 11:02 AM

टाटा स्टील-टीसीएस बना रहा एलबम लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर टाटा स्टील-टीसीएस ने आदिवासियों के लोकगीतों के संरक्षण और बढ़ावा देने की पहल की है. आधुनिकता की चकाचौंध में लोग लोकगीतों और संगीत को भूल रहे हैं. इतना ही उनका वाद्य यंत्र भी विलुप्त हो रहा है. ऐसे में वाद्ययंत्रों को बचाये रखने के लिए उन्हें प्रचलन में लाने की जरूरत है. टीसीएस संताली और हो भाषा पर एक एलबम बनाने जा रही है. इसमें वैसे गीतों को शामिल किया जा रहा है जो पुराने हैं और समाज के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं. फिलहाल सोनारी टीसीसी में रिकॉर्डिंग के लिए गानों की प्रैक्टिस चल रही है. प्रैक्टिस पूरा होते ही गानों की रिकॉर्डिंग की जायेगी. हर समुदाय की खास गीत व नृत्य कला होती है. जो उस समाज की आत्मा होती है. टाटा स्टील-टीसीएस वैसे अमूल्य धरोहर को संरक्षण व बढ़ावा देना चाहता है. एलबम तैयार कर विलुप्त हो रहे गीत-संगीत को बचाने की कोशिश कर रहा है. – बिरेन भुट्टा, सीएसआर चीफ टाटा स्टील

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