इंटरनेशनल बायो कैंप में एक्सएलआरआइ के श्रीतम
जमशेदपुर: एक्सएलआरआइ के छात्र श्रीतम शुभंकर स्वीटजरलैंड में होने वाले इंटरनेशनल बायो कैंप में भाग लेने वहां गये हुए हैं. यह कैंप रविवार से 28 अगस्त तक चलेगा. कैंप में बायोटेक्नोलॉजी सेक्टर, फार्मालॉजी, मेडिसिन सेक्टर में होने वाले बदलाव पर चर्चा की जायेगी. कई असाध्य रोगों, दुनिया में सस्ती दवाओं के निर्माण व आम लोगों […]
जमशेदपुर: एक्सएलआरआइ के छात्र श्रीतम शुभंकर स्वीटजरलैंड में होने वाले इंटरनेशनल बायो कैंप में भाग लेने वहां गये हुए हैं. यह कैंप रविवार से 28 अगस्त तक चलेगा. कैंप में बायोटेक्नोलॉजी सेक्टर, फार्मालॉजी, मेडिसिन सेक्टर में होने वाले बदलाव पर चर्चा की जायेगी. कई असाध्य रोगों, दुनिया में सस्ती दवाओं के निर्माण व आम लोगों को सस्ती दवा सरलता से कैसे उपलब्ध हो, इस पर भी विचार मंथन किया जायेगा.
इस दौरान उभर कर आने वाली बातों को कैंप के सदस्य अपने एवं अपने संस्थान के जरिये देश के मेडिसिन सेक्टर के विकास के लिए इस्तेमाल कर सकेंगे. श्रीतम के अलावा देश के दो अन्य छात्र भी इस कैंप में भाग ले रहे हैं. इनमें दिल्ली के इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलॉजी के छात्र नेहुल सक्सेना और मंगलोर के फादर मुल्लेर मेडिकल कॉलेज के अंकित राय हैं. दुनिया भर के 60 विद्यार्थियों का चयन इस कैंप के लिए हुआ है.
कौन हैं श्रीतम शुभंकर
ओड़िशा के बारीपदा निवासी श्रीतम शुभंकर एक्सएलआरआइ में ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट (2012-2014 बैच) के छात्र हैं. फिलहाल उन्हें हैदराबाद में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में समर इंटर्नशिप के लिए भेजा गया है. इससे पहले वे र्आेकल कंपनी में बतौर एल्पीकेशन इंजीनियर काम कर चुके हैं. श्रीतम ने विश्वेश्वरैया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में बीटेक किया है.
कैसे हुआ चयन
2004 में ताइवान में बायो कैंप की शुरुआत हुई थी. फार्माकोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, लाइफ साइंस, फाइनांस, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, बिजनेस मैनेजमेंट समेत 47 विषयों के विद्यार्थी कैंप में शामिल होने के लिए आवेदन करते हैं. आवेदन के आधार पर तैयार होने वाले प्रोफाइल के अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते रहे विद्यार्थियों का ही चयन इस कैंप के लिए किया जाता है.