मनरेगा में मात्र 2281 परिवारों को मिला रोजगार

-पैसे न रहने के कारण 2.06 करोड़ रुपये मजदूरी भुगतान लंबितवरीय संवाददाता, जमशेदपुरमनरेगा में पूर्वी सिंहभूम जिले में वित्तीय वर्ष 2014-15 में मात्र 2281 परिवारों को ही सौ दिन का रोजगार मिला, जबकि जिले में 2 लाख 5 हजार जॉब कार्डधारी हैं. वित्तीय वर्ष 14-15 में कुल 16, 38, 408 मानव दिवस काम उत्पन्न हुआ. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2015 12:04 AM

-पैसे न रहने के कारण 2.06 करोड़ रुपये मजदूरी भुगतान लंबितवरीय संवाददाता, जमशेदपुरमनरेगा में पूर्वी सिंहभूम जिले में वित्तीय वर्ष 2014-15 में मात्र 2281 परिवारों को ही सौ दिन का रोजगार मिला, जबकि जिले में 2 लाख 5 हजार जॉब कार्डधारी हैं. वित्तीय वर्ष 14-15 में कुल 16, 38, 408 मानव दिवस काम उत्पन्न हुआ. 1421 योजनायें पूर्ण हुईं और 2723 योजनाओं पर काम जारी है. वित्तीय वर्ष में 40 करोड़ 38 लाख 25 हजार रुपये खर्च हुये.नहीं हो रहा मजदूरी भुगतानमनरेगा की योजनाओं को पूर्ण करने और लंबित मजदूरी भुगतान के लिए केंद्र से पैसे नहीं मिल रहे हैं. राज्य सरकार द्वारा रिवाल्विंग फंड से दो बार एक-एक करोड़ रुपये दिये गये, लेकिन पूर्व से बकाया रहने के कारण राशि एक ही दिन में खत्म हो गयी. वर्तमान में जिले में 2 करोड़ 6 लाख रुपये मजदूरी भुगतान लंबित पड़ा है जिसके कारण मनरेगा मजदूरों को घर चलाने में समस्या उत्पन्न होने लगी है. साथ ही सामग्री मद में एक करोड़ 71 लाख रुपये लंबित पड़ा है.नये वित्तीय वर्ष में 62 करोड़ श्रम बजट वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए मनरेगा में 62 करोड़ का श्रम बजट निर्धारित किया गया है. साथ ही लगभग 28 सौ योजनाओं का चयन किया गया है.

Next Article

Exit mobile version