कैरियर टिप्स : सुजीत चावला
फॉरेंसिक साइंस में संवारें भविष्य फॉरेंसिक साइंटिस्ट का काम डेड बॉडी, डेड बॉडी के कपड़ों, घटना स्थल आदि में छिपे क्लू को मॉडर्न टेक्नोलॉजी के माध्यम से उजागर करना और इंवेस्टिगेशन को आसान बनाना होता है. इससे साफ जाहिर है कि इस प्रोफेशन के लिए लैबोरेटरी संबंधी ज्ञान होना काफी जरूरी है. इसमें अगर आप […]
फॉरेंसिक साइंस में संवारें भविष्य फॉरेंसिक साइंटिस्ट का काम डेड बॉडी, डेड बॉडी के कपड़ों, घटना स्थल आदि में छिपे क्लू को मॉडर्न टेक्नोलॉजी के माध्यम से उजागर करना और इंवेस्टिगेशन को आसान बनाना होता है. इससे साफ जाहिर है कि इस प्रोफेशन के लिए लैबोरेटरी संबंधी ज्ञान होना काफी जरूरी है. इसमें अगर आप कैरियर बनाना चाहते हैं तो बीएससी या एमएससी इन फॉरेंसिक साइंस या फिर बीएससी व एमएससी इन क्रिमिनोलॉजी कर सकते हैं. इस सब्जेक्ट के लिए कई तरह के डिप्लोमा कोर्स भी मौजूद हैं. जहां तक बात है जॉब की तो इस सब्जेक्ट में एक्सर्ट बनने के बाद आप पुलिस या फिर आर्मी में बतौर फॉरेंसिक एक्सपर्ट ज्वाइन कर सकते हैं. इसके अलावा आप डिटेक्टिव एजेंसी व फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के लिए भी काम कर सकते हैं. आप किसी भी स्कूल में बतौर केमिस्ट्री शिक्षक काम कर सकते हैं. इसके लिए डीयू (दिल्ली यूनिवर्सिटी) में कई कॉलेज, मिरांडा हाउस, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी एंड फॉरेंसिक साइंस (एनआइसीएफएस) आदि हैं. इसके अलावा हैदराबाद की ओस्मानिया यूनिवर्सिटी को भी अच्छे कॉलेज में गिना जाता है. सुजीत चावला, फॉरेंसिक एक्सपर्ट