कैदियों के दूसरे वार्ड में जाने पर रोक

डीसी के निर्देश पर सिटी एसपी, एसओआर ने किया जेल का निरीक्षण जमशेदपुर : घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंदियों को एक वार्ड से दूसरे वार्ड में जाने पर रोक लगा दी गयी है. सुरक्षा की दृष्टिकोण से अखिलेश सिंह और परमजीत सिंह (मृतक) गिरोह के सदस्यों को एक बार फिर राज्य के दूसरे जेलों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2015 8:46 AM
डीसी के निर्देश पर सिटी एसपी, एसओआर ने किया जेल का निरीक्षण
जमशेदपुर : घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंदियों को एक वार्ड से दूसरे वार्ड में जाने पर रोक लगा दी गयी है. सुरक्षा की दृष्टिकोण से अखिलेश सिंह और परमजीत सिंह (मृतक) गिरोह के सदस्यों को एक बार फिर राज्य के दूसरे जेलों में शिफ्ट किया जायेगा, ताकि जेल में दोनों गुट के बीच वर्चस्व को टला जा सके.
सिटी एसपी चंदन झा ने जेल प्रशासन को नियम का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने को कहा गया है. शुक्रवार को डीसी डॉ अमिताभ कौशल के निर्देश पर सिटी एसपी चंदन झा और एसओआर अनिल कुमार राय ने जेल का निरीक्षण किया.
जेल में अखिलेश सिंह और झामुमो नेता उपेंद्र सिंह के बीच टकराव की संभावना को देखते हुए जेल की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. उन्होंने जेल प्रशासन को आवश्यक दिशा- निर्देश दिये. निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्य जेल के आरुणी और गांधी वार्ड भी गये. आरुणी वार्ड में अखिलेश सिंह और गांधी वार्ड में झामुमो नेता उपेंद्र सिंह बंद हैं. निरीक्षण के दौरान आरुणी कक्ष में अखिलेश सिंह चार- पांच बंदियों के साथ था. कुछ देर रू कने के बाद सभी अधिकारी प्रशासनिक भवन आ गये.
सुरक्षा व्यवस्था पर मंथन
सिटी एसपी चंदन झा, एसओआर अनिल राय ने जेल अधीक्षक ओलिभ्र ग्रेस कुल्लू , जेलर सत्येंद्र चौधरी, सहायक जेलर अजंय श्रीवास्तव के साथ जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर विचार मंथन किया. बैठक में यह बात सामने आयी कि जेल में सुरक्षा बल की घोर कमी है. कुल स्वीकृत पद 223 है, जिसमें 145 पद रिक्त है. इसमें सहायक कारापाल, लिपिक का 3- 3, उच्च कक्षपाल का 33, कक्षपाल का 107 और महिला कक्षपाल का 5 पद रिक्त है. छ: वाच टॉवर एवं जेल गेट पर 50 सशस्त्र जैप जवानों की तैनाती अब तक नहीं हुई है.
जैमर कराये जायेंगे ठीक
बंदियों का जेल से बाहरी संपर्क समाप्त करने के लिए जेल में इसीआइएल द्वारा लगाये गये तीन मोबाइल जैमर, सीसीटीवी कैमरा को ठीक कराने का निर्देश दिया गया. जैमर ठीक कराने के लिए जेल प्रशासन को फंड मिल गया है. जेल में लगे 35 में से मात्र 4 सीसीटीवी कैमरा कार्य कर रहे र्है.

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