सोनुवा बाजार का शेड जर्जर, जान हथेली पर रख होता है कारोबार

बाजार समिति ने नहीं की कोई पहल वषार्े से शेड मरम्मति के नाम पर हुई थी खानापुर्तिफोटो फाईल संख्या 11सोनुवा1 में जर्जर शेड नीचे चप्पल विक्रेता मो आलमप्रतिनिधि, सोनुवासोनुवा बाजार के दुकानदारों के लिए बने शेड की स्थिति काफी भयावह है़ लेकिन यहां के दुकानदार इन जर्जर शेडों के नीचे खरीद-बिक्री करने के मजबूर है़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 12, 2015 7:04 PM

बाजार समिति ने नहीं की कोई पहल वषार्े से शेड मरम्मति के नाम पर हुई थी खानापुर्तिफोटो फाईल संख्या 11सोनुवा1 में जर्जर शेड नीचे चप्पल विक्रेता मो आलमप्रतिनिधि, सोनुवासोनुवा बाजार के दुकानदारों के लिए बने शेड की स्थिति काफी भयावह है़ लेकिन यहां के दुकानदार इन जर्जर शेडों के नीचे खरीद-बिक्री करने के मजबूर है़ बाजार समिति द्वारा इन जर्जर शेडों को दुरूस्त करने के लिए कोई पहल नहीं की गयी है़ ऐसे में जान हथेली पर रख दुकानदार अपना व्यवसाय करने के लिए मजबूर है़ बाजार के पुस्त विक्रेता मकबुल आलम का कहना है कि शेड का छत क्षतिग्रस्त है़ जिसके कारण बारिश आने पर किताबें भींग जाती हैं़ वहीं चप्पल का व्यवसाय करने वाले मो आलम ने बताया कि पेट की खातिर व्यापार करना पड़ रहा है़ बाजार समिति को शेडों की मरम्मति करवानी चाहिए़ ज्ञात हो कि कुछ साल पहले ही चक्रधरपुर के एक ठेकेदार ने जीर्णोद्धार के नाम पर खानापूर्ति की थी़ जिसका खामीयाजा दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है़

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