काश हम होते शजर की छांव में..
जमशेदपुर: कपाली स्थित मेरी इंगलिश स्कूल में सोमवार को बज्म ए हम ख्याल की ओर से ‘एक शाम प्रोफेसर सैयद अहमद शमीम के नाम’ भव्य मुशायरे का आयोजन किया गया. इस दौरान गौहर अजीज ने ‘काश हम होते शजर की छांव में, आबले पड़ते न शायद पांव में’ प्रस्तुत किया. इस पर उन्होंने सभी लोगों […]
जमशेदपुर: कपाली स्थित मेरी इंगलिश स्कूल में सोमवार को बज्म ए हम ख्याल की ओर से ‘एक शाम प्रोफेसर सैयद अहमद शमीम के नाम’ भव्य मुशायरे का आयोजन किया गया. इस दौरान गौहर अजीज ने ‘काश हम होते शजर की छांव में, आबले पड़ते न शायद पांव में’ प्रस्तुत किया. इस पर उन्होंने सभी लोगों की वाहवाही की.
मुशायरे की अध्यक्षता सैयद रजा अब्बास रिजवी छब्बन ने तथा संचालन एमजेड फराहम ने किया. अध्यक्ष अब्बास रिजवी छब्बन ने मुख्य अतिथि प्रो. सैयद अहमद शमीम को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. वहीं, डॉ सिराज दानिश और समीरुद्दीन ने असलम बद्र, अहमद बद्र को गुलदस्ता भेंट किया. संस्था के महासचिव मुश्ताक अहजन ने मुख्य अतिथि को प्रशस्ति पत्र भेंट किया. इस दौरान जीडी अहमर ने प्रशंसात्मक कविता से अतिथियों का स्वागत किया और आस्था व्यक्त की.
शाहिद रजा ने गजल से सभी को किया मंत्रमुग्ध
प्रो अहमद बद्र व असलम बद्र ने मुख्य अतिथि की जीवनी, व्यक्तित्व, शायरी और साहित्यिक विद्वता पर वक्तव्य दिया. शाहिद रजा ने मुख्य अतिथि की गजल को प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. मुशायरे में प्रो. सैयद अहमद शमीम, जमील मजहर, ताबां वास्ती, महताब अनवर, जीडी अहमर, रिजवान औरंगाबादी, अशरफ अली अशरफ, समीरुद्दीन सरवर, एम जेड फराहम, महशर हबीबी ने रचनायें पेश कीं.