टीडब्ल्यूयू में एक करोड़ का घोटाला !
जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन में एक करोड़ 91 हजार रुपये की गड़बड़ी का खुलासा एलडी वन के कमेटी मेंबर प्रभात लाल ने गुरुवार की कमेटी मीटिंग में किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए एकाउंट पारित करने से रोक दिया गया. इसके बाद इस पूरे मामले की जांच के आदेश अध्यक्ष ने दिये और कोषाध्यक्ष […]
जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन में एक करोड़ 91 हजार रुपये की गड़बड़ी का खुलासा एलडी वन के कमेटी मेंबर प्रभात लाल ने गुरुवार की कमेटी मीटिंग में किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए एकाउंट पारित करने से रोक दिया गया. इसके बाद इस पूरे मामले की जांच के आदेश अध्यक्ष ने दिये और कोषाध्यक्ष आर रवि प्रसाद को स्थिति स्पष्ट करने को कहा है.
अब तक हर कमेटी मीटिंग में एकाउंट पारित होता रहा है, लेकिन इस बार एकाउंट पारित नहीं हो सका और इसको अगली बैठक तक के लिए टाल दिया गया और कोषाध्यक्ष को कहा गया है कि इस पर रिपोर्ट तलब करें. गुरुवार को टाटा वर्कर्स यूनियन के कमेटी मीटिंग की शुरुआत में श्रद्धांजलि दी गयी. इसके बाद एकाउंट को पेश किया गया. अप्रैल के क्लोजिंग बैलेंस के साथ मई और जून का एकाउंट पेश किया गया.
एकाउंट पारित होने ही जा रहा था कि एलडी वन के कमेटी मेंबर प्रभात लाल ने स्टेज पर आकर अध्यक्ष का ध्यान एकाउंट पर आकृष्ट कराया और एक करोड़ 91 हजार रुपये तक का घोटाला की बात बतायी. प्रभात लाल ने बताया कि अप्रैल के क्लोजिंग बैलेंस में 24 करोड़ 65 लाख 44 हजार 371 रुपये था, मई के ओपनिंग बैलेंस में यह राशि सीधे घटकर 23 करोड़ 64 लाख 52 हजार 739 रुपये हो गयी. एकाउंटस के मुताबिक, जो क्लोजिंग बैलेंस होता है, वह दूसरे माह का ओपनिंग बैलेंस होता है.
ऐसे में एक करोड़ से ज्यादा की गड़बड़ी है. इस पर महामंत्री बीके डिंडा के हस्ताक्षर भी हो गये हैं और कोषाध्यक्ष ने भी अपना हस्ताक्षर कर दिया. फाइनांस कमेटी ने भी इसे पारित कर दिया. प्रभात लाल के सवाल को कोई टाल नहीं सका. अंतत: अध्यक्ष ने इसमें सुधार करने को कहा. रिपोर्ट सुधारकर लाया भी गया तो उसमें भी गड़बड़ी थी. इसके बाद अध्यक्ष ने एकाउंट पारित करने की प्रक्रिया को रोक कर पूरे मामले पर रिपोर्ट तलब की है.