कॉलेजों में बीएड बचाने के लिए हर संभव प्रयास : कुलपति

कोल्हान विश्वविद्यालयवरीय संवाददाता, जमशेदपुरकोल्हान विश्वविद्यालय के पांच अंगीभूत कॉलेजों में बीएड की मान्यता को लेकर संकट की स्थिति अब भी बनी हुई है. इसे लेकर पिछले दिनों जहां राजभवन में हुई बैठक में विचार-विमर्श किया गया, वहीं कोल्हान विवि भी अपने स्तर से प्रयासरत है. कुलपति डॉ आरपीपी सिंह ने कहा कि अंगीभूत कॉलेजों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2015 10:04 PM

कोल्हान विश्वविद्यालयवरीय संवाददाता, जमशेदपुरकोल्हान विश्वविद्यालय के पांच अंगीभूत कॉलेजों में बीएड की मान्यता को लेकर संकट की स्थिति अब भी बनी हुई है. इसे लेकर पिछले दिनों जहां राजभवन में हुई बैठक में विचार-विमर्श किया गया, वहीं कोल्हान विवि भी अपने स्तर से प्रयासरत है. कुलपति डॉ आरपीपी सिंह ने कहा कि अंगीभूत कॉलेजों में बीएड को बचाने के लिए विवि हर संभव प्रयास करेगा. इसके लिए एनसीटीइ से लेकर केंद्र तक प्रयास किया जायेगा. 15 अप्रैल को कॉलेजों का पक्ष जानने के बाद एनसीटीइ मुख्यालय ने तीन महीने के अंदर शिक्षकों के पद सृजन, स्वीकृति व नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर लेने समेत सारी शर्तें पूरी करने को कहा है. लेकिन तीन महीने में नियुक्ति संभव प्रतीत नहीं होती. चूंकि केयू समेत राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में बीएड स्ववित्त पोषित (सेल्फ फाइनांसिंग) कोर्स है. अत: स्थायी नियुक्ति में तकनीकी बाधाएं हैं. इसके लिए सरकारी स्तर पर अध्यादेश लाना होगा. डॉ सिंह ने बताया कि बीएड के मसले पर विवि लगातार एचआरडी से संपर्क में है. चूंकि यह मसला केवल कोल्हान के पांच कॉलेजों समेत राज्य भर में स्थित करीब दो दर्जन कॉलेजों का है. अत: एचआरडी की ओर से भी यथासंभव प्रयास किया जा रहा है.

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