बाहरी लोगों को मूलवासी कहना गलत : विजय हांसदा (ऋषि 30)

उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुरराजमहल के सांसद विजय हांसदा ने कहा कि हम बाहरी लोगों को किसी तरह से झारखंडी मानने को तैयार नहीं हैं. झारखंड राज्य क्यों और किसके लिए बना, इसपर हमें विचार करना होगा. बिना इसकी गहराई में गये किसी तरह की बात बेमानी होगी. जल-जंगल-जमीन झामुमो के मेनिफेस्टो में है, जिसे छोड़ा नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2015 11:04 PM

उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुरराजमहल के सांसद विजय हांसदा ने कहा कि हम बाहरी लोगों को किसी तरह से झारखंडी मानने को तैयार नहीं हैं. झारखंड राज्य क्यों और किसके लिए बना, इसपर हमें विचार करना होगा. बिना इसकी गहराई में गये किसी तरह की बात बेमानी होगी. जल-जंगल-जमीन झामुमो के मेनिफेस्टो में है, जिसे छोड़ा नहीं जा सकता है. सांसद बनने के बाद पहली बार झामुमो के महाधिवेशन में शामिल होने जमशेदपुर पहुंचे विजय हांसदा ने कहा कि भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर केंद्र सरकार जबरन कानून ला रही है. सरकार ने कई बिल अध्यादेश के माध्यम से पारित कराया, किसी पर विरोध नहीं हुआ, आखिर इस बिल में क्या है. वे हर मामले में बहस को तैयार हैं, लेकिन सरकार भाग रही है. अब जनता को तय करना है कि जल-जंगल-जमीन की जो लड़ाई झामुमो ने शुरू की है, उसमें वे कितना साथ देने को तैयार हैं. मोदी सरकार को किसानों की फिक्र रहती, तो वह भूमि अधिग्रहण बिल पर अध्यादेश लेकर नहीं आती. बिल पर बहस करने के लिए पर्याप्त समय तक नहीं दिया गया. विजय हांसदा ने कहा कि वे दो संसदीय कमेटियों के सदस्य भी हैं. संसद में गुरुजी की अनुपस्थिति में वे अपनी पार्टी और झारखंड का पक्ष जोरदार ढंग से रखते हैं.

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