तीन गिरफ्तार, नकद व चांदी जब्त

जमशेदपुर : गोलमुरी थाना क्षेत्र की रिफ्यूजी कॉलोनी में ट्रांसपोर्टर हरविंदर सिंह मिंदी के घर से लाखों रुपये के जेवर चोरी मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें चोरी करने वाला शंभू सिंह (गाढ़ाबासा),जिवा ठाकुर (गाढ़ाबासा) तथा खरीदार सुनील केदार (सीतारामडेरा) शामिल है. पुलिस ने तीनों के पास से एक लाख […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2015 8:48 AM

जमशेदपुर : गोलमुरी थाना क्षेत्र की रिफ्यूजी कॉलोनी में ट्रांसपोर्टर हरविंदर सिंह मिंदी के घर से लाखों रुपये के जेवर चोरी मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

इनमें चोरी करने वाला शंभू सिंह (गाढ़ाबासा),जिवा ठाकुर (गाढ़ाबासा) तथा खरीदार सुनील केदार (सीतारामडेरा) शामिल है. पुलिस ने तीनों के पास से एक लाख 12 हजार रुपये नकद, एक किलो 150 ग्राम गलायी हुई चांदी, चांदी की बुंदी 400 ग्राम, एक मोबाइल तथा ग्लैमर बाइक जब्त की है.

वहीं, गिरोह के मास्टर माइंड समेत दो लोगों की तलाश में पुलिस टीम शहर से बाहर छापेमारी कर रही है. यह जानकारी शुक्रवार को एसएसपी एवी होमकर ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में दी. कहा कि पुलिस की विशेष टीम गठित कर घटना का खुलासा किया गया. शेष आभूषण की बरामदगी के लिए टीम काम कर रही है. दो तीन दिनों में फरार आरोपियों की भी गिरफ्तार कर ली जायेगी. इस मौके पर सिटी एसपी चंदन झा भी मौजूद थे.

रेकी कर रहा था सरगना: आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि चोरी करने के लिए गिरोह का सरगना पिछले कई दिनों से रेकी कर रहा था. वह गम्हरिया में रहता है. पूर्व में सरगना हावड़ा ब्रिज के पास रहता था.

इस वजह से उसे रिफ्यूजी कॉलोनी के अधिकांश घरों की जानकारी थी. शंभू और जिवा पूर्व में जेल जा चुके हैं. एवी होमकर ने बताया कि कांड उदभेदन के लिए डीएसपी अनिमेष नैथानी के नेतृत्व में टीम गठित की गयी थी. टीम में थाना प्रभारी एमएम सिंह, ट्रैफिक प्रभारी जय प्रकाश राणा, दारोगा मो तंजिल, एएसआइ अजय पासवान समेत कई पुलिसकर्मी शामिल थे.

घटना के बाद ट्रांसपोर्टर हरमिंदर सिंह मिंदी ने नौकरानी पर संदेह व्यक्त करते हुए मामला दर्ज कराया था. पुलिस ने नौकरानी और उसके बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.जांच में पाया कि रिफ्यूजी कॉलोनी एरिया में घटना के दिन तीन-चार मोबाइल नंबरों पर रात 12 बजे से सुबह चार बजे तक लगातार बात होती रही.

दूसरे दिन उन नंबरों का लोकेशन रांची, पटना रूट में और चौथे दिन कोलकाता रूट में मिला. 14 अप्रैल को शंभू व जिवा दोनों कोलकाता से लौटे, जिसके बाद पुलिस ने हिरासत में लिया.

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